शोएब मलिक और सानिया मिर्जा के तलाक के बारे में पिता का आया बयान
नई दिल्ली : पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और उनके पाकिस्तानी क्रिकेटर पति शोएब मलिक के बीच तलाक हो चुका है। इसकी पुष्टि सानिया के पिता इमरान मिर्जा ने रविवार को की। उन्होंने कहा- इस्लाम की खुला प्रथा के तहत सानिया अपने पति से अलग हुई हैं। इमरान मिर्जा ने कहा- सानिया ने निजी जिंदगी हमेशा लोगों की नजरों से दूर रखी है, लेकिन आज उनके लिए यह बताना जरूरी हो गया है कि कुछ महीने पहले ही उनका और शोएब का तलाक हो चुका है। वे शोएब को उनके नए सफर के लिए शुभकामनाएं देती हैं।
दोनों देशों के खेल प्रेमियों के बीच इस जोड़ी को लेकर काफी दिलचस्पी रहती थी, लेकिन उनके तलाक से इसका अंत हो गया। सानिया मिर्जा ने बुधवार को लिखा था कि तलाक मुश्किल है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरी लगाकर इंग्लिश में लिखा था, 'शादी मुश्किल है, तलाक मुश्किल है, अपनी मुश्किलें खुद चुनें। जीवन आसान नहीं, ये हमेशा ही मुश्किल रहेगा लेकिन हम मुश्किल को चुन सकते हैं। ध्यान से चुनें।'
मुस्लिम समुदाय में औरतों को भी तलाक का हक है। इस्लाम औरत को अपनी मर्ज़ी से तलाक लेने का इजाजत देता है। मौलाना मोहम्मद हामिद नोमानी कहते है इस्लाम में ‘खुला’ मतलब औरत के तलाक के हक के बारे में है।
खुला : मौलाना कहते हैं खुला मतलब अलग होना है। अगर पति-पत्नी में रिश्ता निभाना मुश्किल हो जाए, तो पत्नी पति से अलग होने का प्रस्ताव रख सकती है। यह एक तरह से तलाक की साझा प्रक्रिया है, जिसमें पत्नी अपने दहेज के एवज में खुला मांगने के लिए पति को राजी करती है।
तलाक-ए-तफवीज : एक शरिया कानून है। इसमें निकाह के दौरान ही बीवी को तलाक का हक दिया जाता है। इसका जिक्र निकाहनामे में होता है, साथ ही मौलाना को इस मामले की जानकारी होती है। अगर बीवी को लगता है कि शौहर के साथ वो खुश नहीं है, तो वो उस हक़ का प्रयोग कर तलाक ले सकती है।