कनाडा के बाद ऑस्ट्रेलिया ने स्टूडेंट्स को दिया झटका

कनाडा के बाद ऑस्ट्रेलिया ने स्टूडेंट्स को दिया झटका

नई दिल्लीः कनाडा के बाद अब ऑस्ट्रेलिया ने स्टडी वीजा पर आने वाले छात्रों को बड़ा झटका दिया है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने कहा है कि सरकार इमीग्रेशन को कम करने के लिए अगले सप्ताह एक योजना की रूपरेखा तैयार करेगी। अल्बानीज़ ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों और कम-कुशल श्रमिकों के लिए वीज़ा के नियमों को सख्त कर देंगे, जिससे अगले 2 वर्षों में प्रावसी प्रवेश आधा हो सकता है।

नई नीतियों के तहत, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अंग्रेजी परीक्षाओं में उच्च अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होगी। वहीं एक छात्र की दूसरे वीज़ा आवेदन पर अधिक जांच होगी। जिससे उनका वीज़ा प्राप्त करने में अधिक समय लग सकता है। उन्होंने कहा, "हम जिस नई रणनीति की घोषणा करेंगे, वह इमीग्रेशन को स्थायी स्तर पर वापस लाएगी।" प्रधान मंत्री अल्बानीज़ ने कहा, "हमें एक ऐसी इमीग्रेशन प्रणाली की आवश्यकता है जो ऑस्ट्रेलिया को आवश्यक कौशल प्राप्त करने में सक्षम बनाए।"

यह निर्णय 2022-23 में नेट इमीग्रेशन के रिकॉर्ड 510,000 तक पहुंचने की उम्मीद के बाद आया है। 2024-25 और 2025-26 में इसके घटकर लगभग चौथाई मिलियन होने का अनुमान है। ऑस्ट्रेलिया की बढ़ती आबादी ने रिहायिश से लेकर आवाजाही और खाने-पीने तक हर चीज़ की मांग बढ़ा दी है, जिससे मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ गया है।