पंजाबः ब्रेन स्ट्रोक के मरीज़ों का होगा मुफ़्त इलाज : चेतन जौड़ामाजरा

पंजाबः ब्रेन स्ट्रोक के मरीज़ों का होगा मुफ़्त इलाज : चेतन जौड़ामाजरा

चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा पंजाब के निवासियों को और बेहतर स्वास्थ्य सहूलतें उपलब्ध करवाने के मंतव्य को मुख्य रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की तरफ से चंडीगढ़ स्थित स्वास्थ्य विभाग के डायरैक्टर दफ़्तर में आयोजित एक दिवसीय कपैसिटी बिल्डिंग कम ट्रेनिंग वर्कशाप में मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य के 23 ज़िला अस्पतालों और 03 मैडीकल कॉलेजों फरीदकोट, अमृतसर साहिब और पटियाला में स्ट्रोक रैडी यूनिट स्थापित किये जा रहे हैं। इन यूनिटों में दिमाग़ी दौरा या ब्रेन स्ट्रोक वाले मरीज़ों का तुरंत इलाज किया जायेगा। पंजाब में हाइपरटेंशन जिसको कि आम भाषा में ब्लड प्रेशर बढ़ना भी कहा जाता है, इसके मरीज़ों की संख्या बहुत ज़्यादा है और इन मरीज़ों में से 50 प्रतिशत मरीज़ों को पता भी नहीं होता कि उनको हाइपरटेंशन है। उन्होंने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक, हाइपरटेंशन के कारण होने वाली एक बहुत ही गंभीर और घातक स्थिति है, जिस कारण हर 30 मिनट में एक मरीज़ की मौत हो जाती है। इसके इलावा इस बीमारी के कारण मरीज़ का शरीर भी लकवाग्रसत हो सकता है।

पंजाब सरकार की तरफ से आम लोगों के लिए गुणवत्ता भरपूर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के वचन को दोहराते हुये जौड़ामाजरा ने कहा कि अब तक गरीब लोगों के लिए इस बीमारी का इलाज उनकी पहुंच से बाहर था और अब इन स्थापित किये जा रहे यूनिटों में लगभग 30000/- रुपए तक के मूल्य का टीका बिल्कुल मुफ़्त लगाया जायेगा और मरीज़ का सीटी स्कैन भी मुफ़्त किया जाएगा। इससे न केवल ऐसे मरीज़ की जान बचाई जा सकती है बल्कि उसके शरीर को लकवाग्रसत होने से भी बचाया जा सकता है।

वर्कशाप के दौरान संबोधन करते हुये स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से वर्कशाप में राज्य के समूह जिलों और मैडीकल कॉलेजों से आए नोडल अधिकारियों को हिदायत की कि इस ट्रेनिंग के उपरांत वह अपने-अपने अस्पतालों में जाकर इस बीमारी के मरीज़ों की सेवा में किसी भी किस्म की कमी न आने दें। इस बीमारी में दिमागी दौरे और मरीज़ के इलाज के दरमियान समय बहुत ही महत्व रखता है, इसलिए यह स्ट्रोक रैडी यूनिट अपने नाम के अनुसार ही मरीज़ के इलाज के लिए हर समय तैयार होने चाहिएं जिससे ऐसे मरीज़ के इंतज़ाम की कमी के कारण किसी किस्म का नुकसान न हो।

स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से सीएमसी लुधियाना, पीजीआई चंडीगढ़ के न्यूरौलौजी विभाग और ऐंजलज़ इनिशिएटिव की भी सराहना की जिन्होंने स्वास्थ्य विभाग पंजाब के अधिकारियों/ कर्मचारियों को ब्रेन स्ट्रोक के इलाज सम्बन्धी ट्रेनिंग देने में सहायता की है। इस मौके पर सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अजोए शर्मा, डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रणजीत सिंह घोतड़ा, सहायक डायरैक्टर डॉ. सन्दीप सिंह गिल, डॉ. जयराज पांडियन, प्रिंसिपल और डीन प्रोफ़ैसर न्यूरोलोजी, सीएमसी लुधियाना डॉ. धीरज खुराना, प्रोफ़ैसर, न्यूरोलोजी पीजीआई एमईआर चंडीगढ़, एंजल्स इनिशिएटिव के नेशनल हैड विलियम मसीह भी वर्कशाप में उपस्थित थे।