नवजोत सिद्धू की सीएम भगवंत मान से मीटिंग खत्म, जानें क्या हुई बातचीत

नवजोत सिद्धू की सीएम भगवंत मान से मीटिंग खत्म, जानें क्या हुई बातचीत

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू की सीएम भगवंत मान से मीटिंग खत्म हो गई है। चंडीगढ़ स्थित सिविल सेक्रेट्रिएट में करीब 50 मिनट दोनों की मुलाकात चली। बाहर आकर उत्साहित दिख रहे सिद्धू ने कहा कि अब पंजाब के गद्दारों का वक्त आ गया है। सीएम मान से उन्हें काफी उम्मीदें हैं। मैंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी यह बातें कही थी, लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी। सिद्धू ने कहा कि अगर सीएम मान ने काम कर दिया तो मैं जय-जयकार करूंगा। अगर नहीं हुए तो पहरेदारी करता रहूंगा।

सिद्धू ने पहले सीएम मान की तारीफ की। सिद्धू ने कहा कि मैं यहां पंजाब के उत्थान के लिए आया था। सीएम में कोई अहंकार नहीं है। जैसे वह 10-15 साल पहले थे, वैसे ही आज भी हैं। शायद उससे ज्यादा विनम्र हैं।

सिद्धू ने कहा कि मैंने मान को कहा कि ठेकेदारी सिस्टम से पंजाब को गिरवी रख दिया गया है। इस सिस्टम के पीछे नेता खड़ा है। मेरी निजी नहीं बल्कि सिस्टम के खिलाफ लड़ाई थी, जो आज भी जारी है। मैंने कहा कि जिस दिन रेत में ठेकेदारी खत्म कर दी, नेता गिर जाएगा। जिस दिन रेट फिक्स कर दिया तो सब ठीक हो जाएगा।

सिद्धू ने कहा कि शराब से हम 25 हजार करोड़ कमा सकते हैं। सरकार को जांच करनी चाहिए कि किसके पास L1 का लाइसेंस है। कौन नेता चोरी और सीनाजोरी करता था। सिर्फ इसी लाइसेंस से सरकार 10 हजार करोड़ कमा सकती है।

सिद्धू ने कहा कि मैंने सीएम को केबल की मोनोपॉली तोड़ने को कहा है। मनमर्जी से कहीं भी तारें डाली जा रही हैं। केबल पर क्या चलेगा क्या नहीं? इसके लिए मनमर्जी की जा रही है। यह सब बंद होना चाहिए

सिद्धू ने कहा कि मैंने सीएम को स्टेंडर्ड टेंडर सिस्टम बनाने की बात कही है। जो सीएम के नीचे हो। हालात यह हैं कि कानून विधायकों ने बनाने थे लेकिन उसे कंपनियां बना रही थी। सिद्धू की सीएम मान से मुलाकात और उनकी तारीफ करने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सिद्धू की कांग्रेस में हालत ठीक नहीं है। अब कांग्रेस में उन पर अनुशासनिक कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इससे चर्चा शुरू हो गई है कि सिद्धू क्या फिर पार्टी बदलने जा रहे हैं।