प्रेस क्लब बददी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एनयूजे इंडिया के सम्मान में रखा भव्य समारोह

प्रेस क्लब बददी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एनयूजे इंडिया के सम्मान में रखा भव्य समारोह

बददी/सचिन बैंसल: प्रेस क्लब बददी ने नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस इंडिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणेश राणा के सम्मान में बददी के  ट्रियोस रिर्जोट में एक परिवार मिलन  समारोह का आयोजन किया । समारोह में बददी के मीडीया कर्मियों ने परिवार सहित शिरकत की और रणेश राणा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित् किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता  प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने की वहीं हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस के प्रदेश महामंत्री किशोर ठाकुर ने विशेष तौर पर शिरकत की। मंच संचालन प्रेस क्लब बददी के उपाध्यक्ष सचिन बैंसल ने किया। सर्वप्रथम प्रेस हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस के प्रदेश महामंत्री किशोर ठाकुर ने रणेश राणा के पत्रकारिता के 28 साल के लंबे संघर्षमय जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि सन 2006 में प्रदेश में यूनियन आफ जर्नलिस्टस का गठन हुआ था और 12 साल में मात्र 40 सदस्य थे। इसी बीच बददी विवि में हुए चुनाव में रणेश राणा को 16 नवंबर 2018 को प्रदेशाध्यक्ष चुना गया जिन्होने दो साल हिमाचल के हर कोने को छुआ और 11 जिलों में 50 हजार किमी प्रवास करके 400 नए सदस्यों को जोडा। उनकी ईमानदारी मेहनत व कर्मठता के कारण ही नेशनल यूनियन आफ यूनियन जर्नलिस्टस (इंडिया) ने उनको राष्ट्र स्तर की जिम्मेदारी सौंपते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया।

प्रेस क्लब के चेयरमैन सुरेंद्र अत्री ने बताया कि रणेश राणा ने बददी में प्रेस क्लब संगठन का गठन 9 जनवरी 2009 में किया था और उनको संस्थापक अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद उन्ही के नेतृत्व में 2018 में प्रेस क्लब बददी को अपना भवन नसीब हुआ था। उन्होने कहा कि आज उनकी मेहनत व ईमानदारी के कारण जहां हिमाचल में पत्रकारिता जगत के संगठन को नया मुकाम मिला है वहीं कई मौकों पर पीडीत व हादसों से ग्रसित पत्रकारों व उनके परिवारों की मदद भी की गई।वहीं अपने संबोधन में नवनिर्वाचित नेशनल वाईस प्रेजीडेंट रणेश राणा ने कहा कि कभी साधनों के मोहताज न बनें और साधन तो मात्र एक माध्यम है मंजिल तक जाने के लिए लेकिन चलना आपके कदमों को होगा। उन्होने कहा कि हम जो सोच सकते हैं वो कर सकते हैं बशर्ते हम बहानेबाजी व आरामतलबी व आरामपरस्ती से बचें। हमें दिन रात अपने लक्ष्स पर फोक्स करना चाहिए।

उन्होने कहा कि उस समय चुनौती स्वीकार करो जब कोई व्यक्ति कहता है कि आप इस काम को नहीं कर सकते या यह काम आपके बस का नहीं है। अपने कमियां स्वयं दूर करो और दुनिया में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वो हमारी प्रतिभा को तराशे उल्टे ऐसे लोग जहान में भरे हैं जो कि हमें डूबाने के लिए हर समय तैयार रहते हैं। राणा ने कहाकि पत्रकार का काम भी ऐसा है कि वो व्यस्था बदलने के लिए सरकार शासन व माफियाओं से लड़ता यानि आपका बिद्रोहीपन ही आपको मजबूत बनाता है। सपने वो नहीं होते जो हम रात में देखते हैं बल्कि वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते। उन्होने कहा कि इस बात का ठप्पा हमारे उपर नहीं लगना चाहिए कि लोग व संस्थाएं पैसे खा जाते हैं और इसका एक मात्र तरीका है कि लेन देन बिल्कुल साफ व पारदर्शिता से होना चाहिए। लोग सवाल करें उससे पहले ही बैलेंस शीट दे देनी चाहिए।

प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेेंद्र चौधरी, चेयरमैन सुरेंद्र शर्मा, हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस के महासचिव किशोर ठाकुर, क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमपाल सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष सचिन बैंसल, महासचिव पवन कुमार, कोषाध्यक्ष सचिन बैंसल, अंकुश नेगी, दीपक वर्मा, एडवोकेट ज्योति गिरी, फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री के कानूनी सलाहकार एडवाकेट संदीप कुमार सचदेवा, सेवानिवृत पत्रकार ठाकुर हंसराज, नवोदित पत्रकार हर्षिता ठाकुर, एकता राणा, पार्षद किरण टी गौतम, कुलदीप चौहान, रजनी चौहान, दीपीका, रजनी, सुखजिंद्र कौर, कंचन कुमारी, सतविंद्र कौर, गुरमीत कौर, राहुल बैंसल सहित कई परिवारों के सदस्य उपस्थित थे जिन्होने अलग अलग स्मृति चिन्ह से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को नवाजा।