कारोबारी संगठनों की हड़ताल, सरकार को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम

कारोबारी संगठनों की हड़ताल, सरकार को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम

नई दिल्ली :  पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बढ़े हुए बिजली बिलों के विरोध में देशभर में विभिन्न कारोबारी संगठनों ने हड़ताल की। दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी और व्यापारिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया और उन्हें वकीलों से भी समर्थन मिला। पाकिस्तान के कराची, लाहौर और पेशावर के साथ-साथ अन्य शहरों में वाणिज्यिक गतिविधियां बंद रहीं। वहीं मुख्य सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन अधिकतर बंद रहा। कराची में ताजिर एक्शन कमेटी ने सरकार को बिजली बिल घटाने और हाल ही में बढ़ाई गईं पेट्रोल की कीमतों को कम करने के लिए 72 घंटे का समय दिया था। पाकिस्तानी संस्था ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने उसकी मांगें पूरी नहीं की तो 10 दिन लंबी हड़ताल की जाएगी।

ताजिर एक्शन कमेटी के संयोजक मोहम्मद रिजवान ने कहा कि हड़ताल में शामिल होने के लिए किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं है। यह स्वैच्छिक है, कराची चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने हड़ताल के आह्वान का समर्थन किया। हालांकि उसके अध्यक्ष मोहम्मद तारिक यूसुफ ने कहा कि बड़े उद्योग हड़ताल का हिस्सा नहीं है। फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष इरफान इकबाल शेख ने कहा कि सरकार हालात को समझने में नाकाम रही। उन्होंने कहा आर्थिक संकट से उबरने के लिए हटकर सोचना होगा।