पंजाबः चुनावों की लिस्ट जारी होते हुए किसानों ने वोटों को लेकर पोस्टर किए जारी

पंजाबः चुनावों की लिस्ट जारी होते हुए किसानों ने वोटों को लेकर पोस्टर किए जारी

संगरूरः पंजाब के भाजपा द्वारा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होते ही किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, किसान प्रदर्शन के बीच अब पंजाब के गांव में भाजपा नेताओं की एंट्री को बैन करना शुरू कर दिया है। संगरूर जिले के नामोल गांव में पोस्टर सामने आए और गांव के गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट्स शुरू कर दी है। जिसमें भाजपा नेताओं को इलाके में वोट न मांगने की चेतावनी दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार, गांव नामोल के गुरुद्वारे से अनाउंसमेंट की जा रही है कि पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर किसानों की तरफ से लगातार प्रदर्शन जारी है।

किसानी हक व मांगों को लेकर बैठे किसानों पर भाजपा की तरफ से सीधी गोलियां मारी गईं और लाठीचार्ज किया गया। किसान संगठनों ने इसका विरोध शुरू किया है। अगर गांव में कोई भाजपा का नुमाईंदा आता है तो उसका विरोध करना है और उससे सवाल जवाब करने हैं। इतना ही नहीं, गांव में भारतीय किसान यूनियन आजाद की तरफ से पोस्टर भी लगाए गए हैं। इसमें शुभकरण सिंह की तस्वीरें हैं। जिसकी मौत 21 फरवरी को खनौरी सीमा पर हरियाणा सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान हो गई थी। वहीं, पोस्टर में एक तरफ संगरूर के किसान प्रितपाल सिंह की दुर्दशा को दिखाया गया है, जो हरियाणा पुलिस के हमले में बुरी तरह से घायल हो गया था।

इसी तरह का विरोध गिद्दड़बाहा लोकसभा क्षेत्र के भारू गांव में भी देखने को मिला है। जहां पिछले कुछ दिनों से दीवारों पर भाजपा की निंदा करने वाले पोस्टर चिपकाए गए हैं। मालवा के कई गांव में किसान अपना विरोध जता रहे हैं और भाजपा नेताओं को अपने समुदायों में प्रवेश करने से रोकने की कसम खा रहे हैं। बीकेयू आजाद के हैप्पी सिंह नामोल ने कहा- भाजपा के खिलाफ विरोध करना हमारा विशेषाधिकार है और नामोल गांव ने विरोध का ये तरीका अपनाया है।