मामला AAP विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर कर पीटने का, देखें वीडियो

मामला AAP विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर कर पीटने का, देखें वीडियो

इस मामले में सीएम ने साधी चुप्पी 

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहां एक तरफ बीजेपी लगातार आप पर एमसीडी चुनाव में पैसों के बदले टिकट देने का आरोप लगा रहा है। वहीं, पार्टी के भीतर टिकट को लेकर भारी घमासान मचा हुआ है। इस बीच दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह यादव की कथित पिटाई का एक वीडियो सामने आया है।

बताया जा रहा है कि एमसीडी चुनाव में टिकट बंटवारे से नाराज कार्यकर्ताओं ने अपने ही विधायक को पीट डाला। हालांकि, इस घटना पर अभी तक आम आदमी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है। वहीं, सीएम केजरीवाल ने भी इस मामले में चुप्पी साध रखी है। दरअसल, आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह सोमवार रात श्याम विहार इलाके में एमसीडी चुनाव को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। तभी उस दौरान हंगामा शुरू हो गया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विधायक के साथ मारपीट शुरू कर दी। उनके साथ धक्का-मुक्की भी की गई। कार्यकर्ताओं का गुस्सा देख आखिर में विधायक गुलाब सिंह को वहां से भागना ही पड़ा। 

बीजेपी ने आरोप लगाया है कि टिकट बेचने के आरोप में आप कार्यकर्ताओं ने गुलाब यादव की पिटाई की है। वहीं, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा कि ईमानदार राजनीति के नाटक में लिप्त पार्टी के अनोखे सीन। आप का भ्रष्टाचार ऐसा है कि उसके सदस्य भी अपने विधायक को नहीं छोड़ रहे हैं। आगमी एमसीडी चुनाव में भी इसी तरह का रिजल्ट उनका इंतजार कर रहा है। 

इससे पहले सोमवार को बीजेपी ने एक स्टिंग वीडियो जारी कर दावा किया था कि आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव में टिकट बेच रही है। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने दिल्ली में प्रेस क्रॉन्फ्रेंस कर एक वीडियो भी जारी करते हुए कहा था कि कांग्रेस से आप में शामिल हुई बिंदू से टिकट के बदले 80 लाख रुपये की मांग की गई थी। रुपये नहीं देने पर टिकट किसी दूसरे शख्स को दे दिया गया था। आप आदमी पार्टी ने इस पूरे स्टिंग को फर्जी बताया था। दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए 4 दिसंबर को मतदान होगा, वहीं 7 दिसंबर को रिजल्ट जारी किया जाएगा। एमसीडी चुनाव पहले अप्रैल में होने थे, लेकिन तीनों निगमों के एकीकरण के फैसले के कारण चुनाव में देरी हुई।