पंजाब के सबसे बड़े ऑनलाइन फ्रॉड का पर्दाफाश, करोड़ों रुपए के गहने, कैश और लग्जरी कारें बरामद

पंजाब के सबसे बड़े ऑनलाइन फ्रॉड का पर्दाफाश, करोड़ों रुपए के गहने, कैश और लग्जरी कारें बरामद

लुधियानाः जिले की पुलिस ने प्रदेश के सबसे बड़े ऑनलाइन फ्रॉड मामले का खुलासा करते हुए एक लड़की समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ठगों द्वारा V ट्रेड नाम से एक मोबाइल ऐप तैयार किया गया। यह एप्प एंड्रॉयड फोन पर बंद हो चुका है, लेकिन एप्पल फोन पर अभी वर्क कर रहा है। इस ऐप के जरिए ठग उन कारोबारियों से संपर्क साधते थे, जो शेयर बाजार में पैसा लगाते थे। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि आरोपी लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर पैसे ऐंठता था और ठगी का शिकार बनाता था। दो महीने पहले मिली शिकायत के बाद साइबर क्राइम हेड रूपिंदर कौर भट्टी के नेतृत्व में लुधियाना पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की और पर्याप्त सबूत मिलने के बाद लड़की समेत तीन आरोपियों को हिरासत में लिया।

पुलिस कमिश्रनर ने बताया कि महानगर की साइबर सेल ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि V-ट्रेड सेल मनोरंजन की श्रेणी में आता है और सिखलाई के उद्देश्य से विद्यार्थियों के लिए बना है। भारती सिक्योरिटी और एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (सेबी) से अलग-अलग इकाइयों के बारे जानकारी मांगी गई थी। इसमें यह पाया गया कि इस ऐप का सेबी के साथ कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। ऐप पर V-ट्रेड द्वारा ग्राहक को दिखाए गए लेन-देन की एक्सचेंज से पुष्टी की गई थी और वह धोखाधड़ी वाले पाए गए। पीड़ितों से ज्यादातर भुगतान नकदी में लिया गया है। आरोपियों की पीड़ितों के साथ चैटिंग भी पुलिस ने कब्जे में ले ली है।

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी लोगों से संपर्क करके उन्हें ऐप में पैसे लगाने का लालच देते थे। ऑनलाइन व्यापार में अधिक मुनाफा कमाने का लालच देकर लोगों को आकर्षित करते थे। लोगों के मोबाइल पर ऐप का लिंक भेजते थे और एक आईडी-पासवर्ड भी देते थे। ऐप डाउनलोड करने के लिए जो लिंक भेजा जाता था, वह लोगों के बैंक खातों के साथ जुड़ा होता था। आरोपी आईडी और पासवर्ड देने से पहले पीड़ित से 2 चैक भी मांगते थे।

फिर पीड़ित से कैश लिया जाता और बराबर के डमी आंकड़े ऐप में दिखाए जाते। पुलिस ने पड़ताल में पाया कि बीएम असल में किसी भी एक्सचेंज से कोई व्यापार नहीं करता है। पीड़ित को भरोसा दिलाया जाता था कि वह ऐप के जरिए व्यापार करके अच्छी कमाई कर रहे हैं। जब ग्राहक अपनी रिटर्न की मांग करता है तो आरोपियों द्वारा उसकी आईडी और पासवर्ड बदल दिया जाता है और बाद में ग्राहक को और पैसे देने के लिए ब्लैकमेल किया जाता है। ग्राहक को कहा जाता कि वह पैसे नहीं देगा तो उसका चैक उसके खिलाफ इस्तेमाल करेंगे।

पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को पुलिस ने फ्रीज करके 30.80 लाख, ‌40.62 लाख, 5 लैपटॉप, 7 डेस्कटाप, 7 मोबाइल, सोने और हीरे की 62 वस्तुएं, करोड़ों रुपए के कीमती 135 चैक, एक मर्सीडीज और सियाज कार, पैसे गिनने वाली 2 मशीनें व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि अनिल जैन निवासी बावा कॉलोनी हैबोवाल मास्टरमाइंड है। आरोपी के पास कई लग्जरी कारें होने का पता चला है। कर्मजीत कौर निवासी अहमदगढ़ (लोगों को ऐप डाउनलोड करने का सुझाव देती थी), सन्नी कुमार निवासी लक्ष्मी नगर हैबोवाल तीसरा आरोपी है। जतिन जैन और गगनदीप सिंह फरार हैं।