पंजाबः दिल दहलाने वाली घटना, मामूली बात को लेकर कलियुगी मां ने 3 साल के बच्चे को लगाई आग, बच्चे की हालत गंभीर

पंजाबः दिल दहलाने वाली घटना, मामूली बात को लेकर कलियुगी मां ने 3 साल के बच्चे को लगाई आग, बच्चे की हालत गंभीर
मामूली बात को लेकर कलियुगी मां ने 3 साल के बच्चे को लगाई आग

लुधियाना : पंजाब के घुदानी कलां गांव में बच्चे के रोने की आवाज से गुस्साई मां ने तीन साल के मासूम को तेल छिड़कर आग लगा दी। महिला को लेकर बताया जा रहा है कि वह कथित तौर पर अपने अशांत वैवाहिक जीवन से निराश चल रही थी। एक महिला ने बच्चे को रोता देख आपा खो दिया और गुस्सा करते हुए अपने साढ़े तीन साल के बेटे पर मोबिल ऑयल डालकर आग लगा दी। पति के साथ तनावपूर्ण संबंधों के चलते महिला अपने तीन बच्चों के साथ पिछले दो साल से अपने मायके में ही रह रही थी। पुलिस ने मामले में बच्चे की मां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि पति से काफी अनबन के चलते महिला रूपिंदर मानसिक रूप से तनाव में रहती थी, जिसके चलते उसने घटना को अंजाम दिया है।

बच्चे की हालत गंभीर, पीजीआई में किया रेफर

आग से बुरी तरीके से जल चुके बच्चे की हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा करीब 60 फीसदी तक जल चुका है। बच्चे को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। इस मामले में रूपिंदर की मां मंजीत कौर के बयान पर पायल पुलिस ने मां रूपिंदर कौर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

तीन बच्चों में सबसे छोटा हरमन

सहायक पुलिस आयुक्त पायल हरसिमंत सिंह ने कहा कि आरोपी महिला रूपिंदर अपने पति के साथ विवाद के कारण मानसिक अवसाद में है। वह पिछले दो साल से अपने तीन बच्चों के साथ अपने माता-पिता के साथ रह रही है। घायल हरमन (3) अपने तीन बच्चों में सबसे छोटा है। रूपिंदर के परिवार के अनुसार, हरमन रो रहा था और रूपिंदर उसे नियंत्रित नहीं कर पा रही थी। जिसके बाद वह भड़क गई और हरमन को आग लगा दी।

नानी ने दौड़कर बुझाई आग

रूपिंदर की मां मंजीत कौर ने बताया कि हरमन की चीख पुकार सुनकर वह दौड़ीं और उस पर पानी डालकर आग बुझाई। एसीपी ने कहा कि परिवार लड़के को स्थानीय अस्पताल ले गया, जहां से उसे सिविल अस्पताल लुधियाना रेफर कर दिया गया। इसके बाद हालत बिगड़ती देख डॉक्टरों ने बच्चे को वहां से पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ रेफर कर दिया। आरोपी महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और किशोर न्याय अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।