पंजाबः लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारी से पहले कांग्रेस में खींचातानी हुई शुरू

पंजाबः लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारी से पहले कांग्रेस में खींचातानी हुई शुरू

इन सीटों पर एक अधिक नेता ठोक रहे दावेदारी

मोहालीः लोकसभा चुनावों से पहले एक और भाजपा कांग्रेस को झटका देकर नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है। वहीं दूसरी ओर पार्टी में कुछ सीटें ऐसी है, जहां पार्टी के एक नहीं दो या उससे अधिक नेता उम्मीदवारी को लेकर दावेदारी ठोक रहे है। हाल ही पटियाला से आप पार्टी के दिग्गज नेता डॉ. धरमवीर गांधी को कांग्रेस ने पार्टी में शामिल किया था। मिली जानकारी के अनुसार डॉ. धरमवीर गांधी पार्टी ज्वाइन करने के बाद उनका पार्टी में विरोध होना शुरू हो गया है।

पटियाला में कांग्रेस पार्टी पूर्व सांसद धरमवीर गांधी को लेकर आई तो पूर्व विधायक व राजपुरा के प्रभारी हरदयाल कंबोज, घनौर के प्रभारी मदनलाल जलालपुर आदि विरोध में आ गए। जानकारी के अनुसार कंबोज ने पहले गांधी के नाम का प्रस्ताव भी रखा था। वहीं जालंधर में फिल्लौर के विधायक चौधरी विक्रम सिंह खुलकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का विरोध करने लगे है। कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर से उतारना चाह रही है। चन्नी ने भी जालंधर में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी है। जिससे पूर्व सांसद स्वर्गीय चौधरी संतोख के बेटे व फिल्लौर के विधायक चौधरी विक्रम सिंह खासे खफा है। क्योंकि चौधरी विक्रम अपनी मां करमजीत कौर को यहां से टिकट दिलवाना चाहते।

जोकि पिछले उप चुनाव हार गई थी। यह स्थिति तब है कि जब कांग्रेस ने अभी टिकटों का आवंटन नहीं किया है।जबकि अमृतसर की बात करें तो वहां पर भी पार्टी को अनुमान है कि सबसे अधिक विरोध हो सकता है। क्योंकि यहां पर गुरजीत औजला सांसद हैं और पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी टिकट का दावा ठोक रहे है। टिकट बंटवारे के बाद उत्पन्न होने वाली नाराजगी से निपटने की जिम्मेदारी पार्टी ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को दी है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय नेतृत्व भी इसमें शामिल होगा। कांग्रेस के लिए परेशानी यह हैं कि उनके पास वर्तमान में कोई ऐसा लीडर नहीं हैं जिसकी बात को सभी मान सके। प्रदेश प्रधान की कमान भले ही अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के हाथों में हो लेकिन सीनियर लीडरशिप उनके साथ नहीं है।