जालंधरः विवादों में घिरने के बाद भजन गायक कन्हैया मित्तल का आया बयान, देखें वीडियो

जालंधरः विवादों में घिरने के बाद भजन गायक कन्हैया मित्तल का आया बयान, देखें वीडियो

जालंधर, ENS: क्रिश्चन भाईचारे को लेकर दिए बयान के मामले में विवादों में घिरे भजन गायक कन्हैया मित्तल का बयान सामने आया है। इस दौरन कन्हैया मित्तल ने कहा कि उनका लुधियाना में 4 मई हुए जागरण का प्रोग्राम था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में ज्यादा से ज्यादा मंदिर बनने चाहिए, गुरुद्वारा बनने चाहिए। कन्हैया मित्तल ने कहाकि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा था कि यहां चर्च नहीं बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी बात को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। इस दौरान उन्होंने अपील की है कि उनकी बात को तोड़-मरोड़ कर पेश ना किया जाए। कन्हैया मित्तल ने कहाकि अगर किसी को उनकी बात से कोई ठेस पहुंची है तो वह उनके साथ खड़े है। उन्होंने कहाकि वह सभी धर्मों का बराबर सम्मान करते है।

कन्हैया मित्तल ने कहा कि वह हमेशा कहते है कि सभी धर्म में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहाकि अगर फिर भी उनके बयानों को तोड़-मरोड़ पर किया जाता है तो वह उनसे अपील करते हैकि वह भी आप के जैसे ही है। उनका भी परिवार है और उन्हें भी ऐसी बातों से ठेस पहुंचती है। कन्हैया मित्तल ने कहाकि सभी मिलकर पंजाब को सुंदर पंजाब बनाए और दुनियां में हसता-खिलता पंजाब दिखे। बता दें कि लुधियाना में कन्हैया मित्तल द्वारा प्रोग्राम में दिए गए विवादित बयान को लेकर क्रिश्चियन कम्युनिटी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुछ दिन पहले कन्हैया मित्तल के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए क्रिश्चियन कम्युनिटी ने कहा था कि कन्हैया मित्तल को बक्शा नहीं जाएगा। इस दौरान क्रिश्चियन कम्युनिटी ने पुलिस कमिश्नर को भी अपील करते हुए कन्हैया मित्तल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी।

उस दौरान मामले की जानकारी देते हुए क्रिश्चियन कम्युनिटी के प्रधान अल्बर्ट दुआ ने कहा पंजाब में इस समागम में पहुंचे कांग्रेस पंजाब प्रधान राजा वडिंग और बीजेपी लोकसभा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू सहित दोनों पार्टियों का क्रिश्चियन कम्युनिटी इस चुनाव में बाईकट करने का ऐलान किया था। उनका आरोप है कि दोनों पार्टी के नेताओं की हाजिरी में क्रिश्चियन कम्युनिटी का अपमान किया गया। इस दौरान उन्होंने इस चुनाव आयोग से भी अपील की थी कि वह इस मामले की गहनता सें जांच करे। क्रिश्चियन कम्युनिटी ने कहना है कि यह धार्मिक समागम था या राजनीतिक समागम इस मामले की चुनाव आयोग गहनता से जांच करे।