जैविक खेती पर सरकार और समाज किसान के साथ

जैविक खेती पर सरकार और समाज किसान के साथ
देसी गाय पर सरकार आर्थिक सहायता दे रही है : डॉ. बग्गा
ऊना/सुशील पंडित : यदि आप भी देसी नस्ल की गाय पालना चाहते हैं तो सरकार आपका हाथ थामने के लिए तैयार है। वीरवार को आतमा प्रोजेक्ट के तहत प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन के लिए हरोली विकास खंड के खड गांव में किसानों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। आतमा परियोजना के निदेशक डॉ. वीरेंद्र कुमार बग्गा ने बताया कि जहर मुक्त खेती के लिए सरकार किसानों को आर्थिक मदद भी उपलब्ध करवाती है। यदि कोई किसान देसी नस्ल की गाय जैसे साहीवाल, रेड सिंधी, थारपारकर, गिर, राठी, पहाड़ी इत्यादि खरीदता है तो किसान को 25000 रूपए की आर्थिक मदद दी जाती है।

गाय को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने के लिए ट्रांसपोर्ट खर्च के लिए 5000 रूपए की अतिरिक्त मदद की जाती है। गौमूत्र इकट्ठा करने के लिए प्रयोग होने वाले ड्रम पर 75 प्रतिशत की सब्सिडी, संसाधन भंडार पर 10000 रूपए, गौमूत्र जमा करने के लिए बनने वाले फर्श पर 8000 रूपए की सहायता राशि का प्रावधान है। यदि कोई किसान जहरमुक्त खेती करता है तो उसे न सिर्फ सरकार बल्कि कई स्वयं सेवी संस्थाओं की सहायता भी मिलती है। इसलिए जल्द से जल्द किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर मुड़ जाना चाहिए। जैविक खेती से उपजे उत्पाद मार्केट में भी अच्छे दाम पर खरीदे जा रहे हैं। लोग जैविक खेती के उत्पादों को विषेष महत्ता भी दे रहे हैं। इससे यही साबित होता है कि जो किसान जैविक खेती की ओर बढ़ेगा उसे सरकार और समाज से सहायता मिलना लगभग तय है। 

मौके पर मुख्यअतिथि कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रणजीत राणा के अलावा, अमित ठाकुर गोग्गी, पूनम दत्ता, अश्वनी दत्ता, सुदेश कुमारी, मनीष कंग, तरसेम सिंह, डॉ. संतोष शर्मा, अंकुश कुमार, दविंदर कौर, शिवांक जसवाल, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. कविता, डॉ. मोहित कुमार व लगभग 200 किसान और बागवान मौजूद रहे।