पंजाब में बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है गैंगस्टर

पंजाब में बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है गैंगस्टर

लुधियाना: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से गैंगस्टर राज्य में बड़ी वारदात करने की ताक में हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस के पास पक्की सूचना है कि राज्य में एक बड़े गैंगस्टर की हत्या दूसरे राज्यों के गैंगस्टरों से करवाई जा सकती है। ऐसे में गैंगवार होने की आशंका के मद्देनजर गैंगस्टर प्रदेश में बड़े स्तर पर हथियार जमा कर रहे हैं। इसको लेकर खालिस्तान समर्थक आतंकियों व गैंगस्टरों का गठजोड़ भी पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी अदालत में कह चुकी है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए हथियार पाकिस्तान के तस्कर ने मुहैया करवाए थे।

गोल्डी बराड़ के भी खालिस्तान समर्थकों से संपर्क की बात सामने आई है। ऐसे में पुलिस इन सभी मामलों की कड़ियां जोड़ते हुए सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकियों व गैंगस्टरों का गठजोड़ तोड़ने में जुटी है। पुलिस अब जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टरों लारेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया व सारज सिंह के अलावा दविंदर बंबीहा के बचे हुए साथियों समेत दूसरे गैंगस्टरों का गुर्गा माड्यूल तोड़ने में जुटी है। इस क्रम में पुलिस एक जुलाई, 2022 से लेकर अब तक राज्य में एक हजार से अधिक पिस्तौल, रिवाल्वर, डबल बैरल बंदूक व देसी कट्टे बरामद कर चुकी है। डीजीपी गौरव यादव ने सभी आइजी, सीपी और एसएसपी को आदेश दिए हैं कि पकड़े जाने वाले बी और सी कैटेगिरी के गैंगस्टरों के सभी लिंक टूटने चाहिए। वह हथियार किससे लेते हैं और कैसे लेकर आते हैं, इस संबंधी सख्ती से पूछताछ होनी चाहिए।

पुलिस ने शनिवार को मध्य प्रदेश के तीन हथियार तस्करों को काबू कर उनके पास से 25 पिस्तौलें बरामद की हैं। सिद्धू मूसेवाला को हथियार सप्लाई करने वाला बलवीर चौधरी भी लुधियाना का ट्रांसपोर्टर था। उसने शूटरों को अपनी फार्च्यूनर गाड़ी में मानसा पहुंचाया था। इस दौरान 2 को जालंधर और एक को लुधियाना पुलिस ने काबू किया है। इनमें से दो एक ही गांव के रहने वाले हैं। ये गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और रवि बलाचौरिया के गुर्गों को हथियार सप्लाई करने वाले थे। खन्ना पुलिस भी इस वर्ष 71 और लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस 54 अवैध हथियार बरामद कर चुकी है। अहम बात है कि इनमें से ज्यादातर हथियार मध्य प्रदेश से ही आए थे। लुधियाना में रोजाना आठ से 10 लाख लोग सार्वजनिक और निजी वाहनों के जरिये आवागमन करते हैं। इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों व लोगों की जांच करना आसान नहीं हैं। यही कारण है कि लुधियाना हथियार डिलीवरी का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है।