DAV COLLEGE की एलुमनी स्टूडेंट्स की लिस्ट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम! उठने लगे सवाल

DAV COLLEGE की एलुमनी स्टूडेंट्स की लिस्ट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम! उठने लगे सवाल

चंडीगढ़ः डीएवी कॉलेज की एलुमनी स्टूडेंट्स की लिस्ट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम शामिल है। इस पर कालेज प्रशासन का कहना है कि ये नाम उनकी तरफ से नहीं डाला गया है और इसके खिलाफ वो कार्रवाई करेंगे। पंजाब NSUI के नेता इसरप्रीत सिंह ने इस लिस्ट को ट्वीट करते हुए कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टर का नाम कॉलेज की एलुमनी लिस्ट में आना यूथ पर गलत प्रभाव डालेगा। चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित DAV कॉलेज के पूर्व छात्रों (एलुमनी) की लिस्ट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम तीसरे नंबर पर आ रहा है।

गूगल सर्च के दौरान मुख्य पेज पर ये लिस्ट दिखाई दे रही है। जिसमें पहले नंबर पर नीरज चोपड़ा, दूसरे नंबर पर विक्रम बत्रा और तीसरे नंबर पर लॉरेंस बिश्नोई का नाम है। इस लिस्ट में क्रिकेटर युवराज सिंह, कपिल देव और एक्टर आयुष्मान खुराना जैसे कई बड़े चेहरों के नाम शामिल हैं। लॉरेंस बिश्नोई चंडीगढ़ में अपनी पढ़ाई के दौरान साल 2011-12 में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन SOPU का अध्यक्ष भी रहा है। ब‍िश्नोई के बारे में 12 फरवरी 1993 को जन्मे बिश्नोई स्नातक हैं और पंजाब के फिरोजपुर के निवासी हैं।

बिश्नोई के पिता 1992 में हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल के रूप में शामिल हुए थे। उन्होंने पांच साल बाद अपनी नौकरी छोड़ दी और खेती शुरू कर दी। बिश्नोई ने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की और अवैध गतिविधियों में शामिल होना शुरू कर दिया। उनके खिलाफ कुछ शुरुआती मामले चंडीगढ़ और अन्य राज्यों में दर्ज किए गए थे। बताया जाता है कि बिश्नोई और उसका गिरोह, जिसमें पेशेवर निशानेबाज शामिल हैं, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से काम करते हैं और उनका नेटवर्क दुनिया भर में फैला हुआ है।

उसके साथी संदीप उर्फ ​​काला जत्थेदी को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) मामले में 5 लाख रुपये के इनामी के साथ गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल जेल में बंद है। 2009 में कॉलेज में पढ़ाई के दौरान बिश्नोई पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन से जुड़ा और उनकी मुलाकात अध्यक्ष गोल्डी से हुई। गोल्डी से मिलने और विश्वविद्यालय की राजनीति में आने के बाद बिश्नोई ने अपराध करना शुरू कर दिया. बिश्नोई गिरोह शराब माफिया, पंजाबी गायकों और अन्य प्रभावशाली लोगों से पैसे वसूलता है।