भारत-कनाडा विवाद के 11 दिन बाद PM ट्रूडो का आया बड़ा बयान

भारत-कनाडा विवाद के 11 दिन बाद PM ट्रूडो का आया बड़ा बयान

नई दिल्लीः कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के करीब 11 दिन बाद रिश्ते बेहतर करने की बात कही है। वीरवार को मॉन्ट्रियल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रूडो ने कहा- वैश्विक स्तर पर भारत का महत्व लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि कनाडा और उसके सहयोगी ग्लोबल स्टेज पर भारत के साथ मिलकर काम करें। ट्रूडो ने कहा- भारत लगातार आर्थिक स्तर पर विकास कर रहा है और जियोपॉलिटिक्स में अहम भूमिका निभाता है। भारत के साथ पूरी गंभीरता से बेहतर रिश्ते बनाने के लिए तैयार हैं, लेकिन कनाडा में कानून का शासन है। हम फिर से इस बात पर जोर दे रहे हैं कि भारत कनाडा के साथ मिलकर निज्जर मामले की तह तक जाने में मदद करे।

कनाडाई अखबार नेशनल पोस्ट के मुताबिक, ट्रूडो ने कहा- ये किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए बेहद जरूरी चीज है। जो भी देश कानून के शासन की इज्जत करता है उसे ये बात गंभीरता से लेनी चाहिए। हम कानून के शासन में रहते हुए भारत सरकार को लेकर अपने पार्टनर्स के साथ एक जिम्मेदार तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका ने मुझे आश्वासन दिया कि ब्लिंकन भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मीटिंग के वक्त निज्जर का मामला उठाएंगे।

ट्रूडो ने आगे कहा- अमेरिका ने अब तक मामले में कनाडा का साथ दिया है। उन्होंने भारत सरकार को केस की गंभीरता समझाने में हमारी मदद की है। उन्होंने भारत को बताया है कि वो निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट का हाथ होने की जांच में हमारी मदद करें। इससे पहले 18 सितंबर को कनाडाई PM ट्रूडो ने अपनी संसद में आरोप लगाया था कि भारत सरकार के एजेंट निज्जर की हत्या में शामिल थे। उनके इस बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया। भारत ने लगातार कनाडा के आरोपों को बेबुनियाद और गलत बताया है। हालांकि, इसके बावजूद ट्रूडो अलग-अलग मंचों पर अपने आरोपों को दोहराते रहे।

UN जनरल असेंबली के सेशन के लिए जब कनाडाई प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क पहुंचे थे, तब भी उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था- हम भारत सरकार से निज्जर की हत्या की जांच में सहयोग की मांग करते हैं, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में डिस्कशन एट काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशन्स में कई सवालों के जवाब दिए थे। उन्होंने कहा था- कनाडा में अलगाववादी ताकतों, हिंसा और उग्रवाद से जुड़ा अपराध पनप रहा है। कनाडा में हमारे डिप्लोमैट्स को डराया धमकाया जाता है, हमारे कॉन्सुलेट पर हमले होते हैं।

जयशंकर ने कहा था- हमने कनाडा को बताया है कि ये हमारी पॉलिसी नहीं है। फिर भी अगर उनके पास कुछ स्पेसिफिक है तो वो हमें बताएं। बिना पूरी जानकारी के कोई भी कदम नहीं उठाया जा सकता है। जयशंकर ने इस बात पर भी चिंता जताई थी कि कनाडा राजनीतिक कारणों से इन मामलों में बहुत ढिलाई दे रहा है। विदेश मंत्री ने बताया था- भारत ने कनाडा को अपराधों और आतंकियों पर बहुत सारी जानकारी दी है और कई लोगों की प्रत्यपर्ण की भी रिक्वेस्ट की है।