पंजाबः कोर्ट में Sukhpal Khaira की पेशी के बाद बेटे का आया बयान, देखें वीडियो

पंजाबः कोर्ट में Sukhpal Khaira की पेशी के बाद बेटे का आया बयान, देखें वीडियो

भुलत्थः पंजाब में भुलत्थ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद जलालाबाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। सीनियर कांग्रेस लीडरशिप खैहरा के सपोर्ट में कोर्ट के बाहर पहुंची। वहीं, SIT को सुखपाल सिंह खैहरा के खिलाफ सबूत मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। नाम न बताने की शर्त पर एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि SIT के हाथ सबूत लगे हैं जो सुखपाल सिंह खैहरा और तस्कर गुरदेव सिंह के संबंधों को उजागर करता है। खैहरा ने गुरदेव सिंह की मदद के लिए फरीदकोट IG और फिरोजपुर DIG को फोन किए थे। यही कारण है कि पुलिस खैहरा के फोन रिकवर करना चाहती है और पुलिस ने बीती पेशी में इसी के आधार पर रिमांड भी हासिल किया था।

सुखपाल सिंह खैहरा व गुरदेव सिंह के बीच फोन पर बातें होती थी। सुखपाल सिंह खैहरा के पास कुल 3 फोन थे। पुलिस इन्हीं मोबाइल को रिकवर करना चाहती है। जांच कमेटी ने सुखपाल सिंह खैरा की कॉल डिटेल्स हासिल की हैं। जिसमें साफ हुआ है कि सुखपाल खैरा चरणजीत कौर नाम की महिला के माध्यम से ड्रग मामले के दोषी गुरदेव सिंह से बात करता था। चरणजीत कौर ड्रग्स तस्कर गुरदेव सिंह की बहन है, जो लंदन में रहती है। चरणजीत कौर, सुखपाल खैरा के PA जोगा सिंह के नंबर पर उससे बात करती थी। मार्च 2015 में गिरफ्तारी से एक दिन पहले खैरा ने चरणजीत कौर से कई बार बात की। फिर चरणजीत कौर ने गुरदेव सिंह को खैरा का संदेश दिया था। गुरदेव सिंह सीधे तौर पर पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्कर इम्तयाज उर्फ काला के संपर्क में था और गुरदेव पूरे ड्रग नेक्सस का प्रबंध देख रहा था।

जांच में यह भी पता चला है कि गुरदेव सिंह, चरणजीत कौर और सुखपाल खैरा के बीच 11 दिनों में 65 कॉल्स हुईं थी। इन्हीं सबूतों के आधार पर पुलिस ने सुखपाल खैरा को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि सुखपाल खैहरा खुद भी गुरदेव सिंह से बातचीत की बात से इनकार नहीं करते हैं। खैहरा का कहना है कि गुरदेव सिंह उनका पुराना जानकार था और वे कई बार उन्हें फोन भी करता था। उन्होंने गुरदेव को पहले भी कई बार फोन न करने के लिए कहा है, लेकिन गुरदेव उन्हें फिर भी बार-बार कॉल करता था।

SIT द्वारा की जा रही जांच में सुखपाल सिंह खैहरा के कुछ और सबूत भी हाथ लगे हैं। जिसके अनुसार सुखपाल सिंह खैहरा ने चुपचाप मोहाली कोर्ट में अपने इलाज के लिए विदेश जाने की इजाजत मांगी थी। जिसके बाद कोर्ट ने सुखपाल सिंह खैहरा से विदेशी डॉक्टर और अस्पताल का ब्योरा मांगा था। इस संबंध में कोर्ट की ओर से 3 नोटिस दिए गए थे। पहली तारीख 19/9/2023 थी, जिसमें उसी दिन व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी गई थी, लेकिन अगले दिन 20 तारीख को उपस्थित होने के लिए कहा गया था। इसके बाद 25 सितंबर को भी बुलाया गया, लेकिन सुखपाल खैहरा फिर उपस्थित नहीं हुए।