पंजाबः रजिस्ट्री पर रिश्वत मांगने के मामले में सरकार ने व्हाट्सएप नंबर किया जारी

पंजाबः रजिस्ट्री पर रिश्वत मांगने के मामले में सरकार ने व्हाट्सएप नंबर किया जारी

शिकायत मिलने के 15 से 21 दिनों के भीतर होगा समाधान

चंडीगढ़ः अगर पटवारी या तहसीलदार जमीन की रजिस्ट्री को लेकर किसी को परेशान करता है या रिश्वत मांगता है या रजिस्ट्री या जमीन को लेकर सुनवाई में शामिल नहीं होता है तो पंजाब सरकार ने एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। इस व्हाट्सएप के माध्यम से शिकायत की जा सकती हैय़ 21 में इसका समाधान किया जाएगा। पंजाब के जिन लोगों को भूमि संबंधी विभाग से शिकायत है, वे भारत के लिए 81849 00002 और एनआरआई के लिए 94641 00168 पर कॉल कर सकते हैं। वे अपनी शिकायत दे सकते हैं, 15 से 21 दिनों के भीतर इसका समाधान किया जाएगा।

पंजाब में पटवारखानों और तहसीलों की भाषा सरल शब्दों में की जाएगी, पहले उर्दू और फारसी भाषा का प्रयोग किया जाता था लेकिन आने वाले समय में इसे पंजाबी भाषा में किया जाएगा। हम अपनी रजिस्ट्री देख सकते हैं, आम लोग समझ सकते हैं कि उसके नाम पर जमीन कैसे लिखी जाती है, क्या लिखा जाता है, कभी-कभी ऐसे शब्द लिखे जाते हैं, जो अर्थ को नष्ट कर देते हैं। पंजाब के सभी रिकॉर्ड डिजिटलाइजड किए जाएंगे, पहले पंजाब में कई चीजों को डिजिटलाइजड किया जा चुका है लेकिन आने वाले समय में इसे और आगे ले जाया जाएगा, ताकि खसरा नंबर तक की किसी भी जमीन की रजिस्ट्री को डिजिटलाइजड किया जा सके और यह आम लोगों के लिए आसान होना चाहिए। क्योंकि आजकल बहुत ज्यादा अंतर है और ऐसा है कि इसे संभालना मुश्किल है इसे डिजिटल तरीके से हैंडल किया जा सकता है।

पहले हमारे पास अधिकारियों की कमी थी, लेकिन अब हमने इसे पूरा कर दिया है। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि रजिस्ट्री की लाल चाबी के अंदर आपको लोग दिखाई देंगे। पंजाब में कई अवैध कॉलोनियां हैं, जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है, विभिन्न विभागों को एकजुट करके इस मामले को सुलझाया जा सकता है और दिल्ली उच्च न्यायालय में कई मामले लंबित हैं लेकिन हम कार्रवाई करने जा रहे हैं। जल्द ही इस मामले में पंजाब के आम लोगों को एनओसी से राहत मिलेगी। पंजाब के पुराने पटवारियों को राहत देने के लिए अधिकारियों से चर्चा की जाएगी, जिनका प्रशिक्षण अवधि अधिक हो चुकी है और दाखिले की रफ्तार चल रही है, लेकिन इस मामले में किसी भी पटवारी को राहत नहीं दी जाएगी।