नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुई राजनैतिक हवाएं तेज

नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुई राजनैतिक हवाएं तेज

अपने पांव पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली - राणा

नालागढ़/ सचिन बैंसल: नालागढ़ में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के तहत सभी दलों में राजनीतिक  सरगर्मियां तेज हो गई है। मंगलवार को नालागढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने मंडला कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक लखविंद्र  के साथ बैठक की थी। जिसमें कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। बैठक के बाद पूर्व विधायक लखविंदर राणा ने कहा कि वह अपने समर्थकों के साथ विचार करके अगली रणनीति पर विचार करेंगे ऐसे में कांग्रेस के लिए एक प्रकार से मैदान साफ़ है।

क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप बाबा पिछले काफी समय से नालागढ़ में सक्रिय है। अपने कार्यकर्ताओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। बेशक हिमाचल में कांग्रेस सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने उनके मुकाबले विधायक के एल ठाकुर को प्राथमिकता दी तथा उनके कहने से अधिकांश कार्य किए गए यहां तक की नालागढ़ में नगर परिषद में भी पार्षदों की नियुक्तियां भी उन्हीं के कहने से की।

लेकिन बदले घटनाक्रम में अब सुखविंदर सुक्खू के पास बाबा हरदेव सिंह को अपनाने के अतिरिक्त और कोई चारा नहीं है तथा यह निश्चित माना जा रहा है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस के टिकट के एकमात्र दावेदार बाबा हरदीप होंगे। बाबा हरदीप के पक्ष में एक बात यह भी जाती है कि वर्तमान परिस्थितियों में हो सकता है राणा लखविंदर सिंह चुनाव न लड़े।

लेकिन उनके समर्थक गुप्त रूप से बाबा हरदीप सिंह को समर्थन दे सकते हैं जिससे उनके लिए विजय का रास्ता साफ हो सकता है। दूसरी और केएल ठाकुर के लिए भी स्थितियां अच्छी नहीं क्योंकि लोगों में अभी से सुगबुगाहट है कि उन्होंने त्यागपत्र देकर इलाके के लोगों से अच्छा नहीं किया है। क्योंकि उनके कहने से सुक्खू से अनेक विकास कार्य करवाए थे, अब त्याग पत्र देकर अपने पांव पर स्वयं कुल्हाड़ी मार ली है।