बददी में धूमधाम से मनाया कृष्ण जन्म

बददी में धूमधाम से मनाया कृष्ण जन्म

नंद के घर आये कन्हिया लाल पर झूमे श्रोता

राजा बली जैसा कोई दानी नही - जगमोहन

बददी/ सचिन बैंसल:  बद्दी में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म, राजा बली और गजेंद्र मोक्ष की कथा सुनाई। श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव पर बद्दी गांव पूरी तरह से रंगा हुआ है। जय श्री कृष्णा के नारे से बद्दी के पूरा वातावरण भक्तियम हो उठा था। नंद के घर आए जय कन्हैया लाल भजन से पंडाल में  श्रोता झूम उठे। 

कथा वाचक आचार्य जगमोहन शास्त्री ने कहा कि राजा बली जैसा कोई भगत दानी नहीं हुआ है। उन्होंने अपना सर्वस्व भगवान को दान में अर्पित कर दिया था। जो व्यक्ति ईश्वर के नाम पर दान करता है। उसी का नाम याद किया जाता है। माता यशोदा और नंदबाब का भगवान में अटूट प्रेम था। जिसके चलते भगवान को उनके घर में जन्म लेना पड़ा। कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार थे। इनका जन्म द्वापर युग  में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में रात्रि  12 बजे है। इनके माता और पिता वासुदेव और देवकी थे लेकिन उनका पालन पोषण गोकुल के नंद बाबा और यशोदा मईया ने किया। इस दौरान कृष्ण जन्म की झांकी भी दर्शाई गई। 

जगमोहन शास्त्री ने गजेंद्र मोक्ष की कहानी भी सुनाई। जिसमें भगवान श्रीकृष्ण ने एक हाथी का भी कैसा उद्धार किया। जो मनुष्य ईश्वर से प्रेम लगा लेता है भगवान उसका हमेशा उद्धार करते है। रामायण में भी लिखा है कि राम की केवल प्रेम प्यार। इस दौरन मेरी गली बिच आ श्यामा समेत दर्जनों भजन पेश कर दर्शकों को मनोरंजन किया। इस मौके पर तरक्की लाल कौशल, नीलम कौशल, विशेषर शर्मा, टेकचंद कौशल,  पंकज कौशल, नवल किशौर, अरूण कौशल, सुशील कौशल, भगत राम ठाकुर,जसपाल गर्ग, हरनेक ठाकुर, जसविंद्र ठाकुर, बेअंत ठाकुर, दीना नाथ ठाकुर, विमल ठाकुर, दीपू पंडित, प्रवीण कौशल, पृथ्वी कौशल, मान सिंह मेहता, संजीव कौशल, विजय बैंसल, दिनेश कौशल, मनोज कौशल, सुरेंद्र कौशल, राम रखा परजापत, माडू राम, गुरदयाल, कृष्ण कौशल, लव कौशल, शीला कौशल, शकुंतला देवी और कौशल्या देवी उपस्थित रहे।