गाड़ी में चिकन और शराब की बोतल बरामद होने के मामले में 2 PCR कर्मी लाइन हाजिर

गाड़ी में चिकन और शराब की बोतल बरामद होने के मामले में 2 PCR कर्मी लाइन हाजिर

चंडीगढ़ः पुलिस ने पीसीआर पर तैनात 2 कर्मचारियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इन दोनों कर्मचारियों का एक वीडियो सामने आया था। इसमें पीसीआर की गाड़ी में चिकन और शराब की बोतल रखी हुई थी। इसमें पुलिस ने इन दोनों पीसीआर कर्मी अनिल और रूप कुमार के खून के नमूने जांच के लिए लिए हैं, लेकिन अभी तक उनकी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। चंडीगढ़ नॉर्थ ईस्ट डिवीजन के डीएसपी पी. अभिनंदन ने बताया कि दोनों कर्मचारियों के खिलाफ ड्यूटी के दौरान शराब पीने की शिकायत मिली है। शिकायत मिलने के बाद दोनों कर्मचारियों को पुलिस लाइन भेज दिया है। खून जांच की रिपोर्ट में अगर शराब की पुष्टि होती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मामले में आम आदमी पार्टी की स्थानीय पार्षद सुमन ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं की पुलिसकर्मी अगर ड्यूटी के दौरान इस तरह से शराब की हालत में होंगे तो शहर की महिलाएं सुरक्षित नहीं रह पाएंगी। पुलिस के अधिकारियों को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आगे से सभी कर्मचारियों को सबक मिल सके। पंजाब जलापूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन और आम आदमी पार्टी के नेता एसएस अहलूवालिया ने चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दो युवकों पर दर्ज मुकदमे को गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि चंडीगढ़ पुलिस अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। यह चंडीगढ़ पुलिस की बहुत बड़ी नाकामी है। पुलिस को अपने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और दोनों युवकों पर दर्ज मुकदमे को जल्द से जल्द रद्द करना चाहिए।

बुधवार को चंडीगढ़ के इंदिरा कॉलोनी में दो गुटों में झगड़े की पुलिस को एक सूचना मिली थी। इस पर पीसीआर की गाड़ी मौके पर पहुंची थी। पीसीआर की गाड़ी में तैनात पुलिसकर्मियों ने जब दो युवकों को गाड़ी में बिठाया तो उसमें शराब की बोतल और चिकन पड़ा हुआ था। इस पर लोगों ने वीडियो बना लिया। हंगामा बढ़ता हुआ देख आईटी पार्क थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी। जिसने दोनों गुटों में समझौता करा दिया था। गुरुवार को पीसीआर कर्मियों की शिकायत पर आईटी पार्क पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। इलाके में इन युवकों की गिरफ्तारी का विरोध किया जा रहा था।