बददी में पहली बार खुली योग की अकेडमी

बददी में पहली बार खुली योग की अकेडमी

योग भारती हिमाचल संस्थापक श्रीनिवास ने फीता काटकर किया आगाज 

चिकित्सा की दृष्टि से नेचरोपैथी, न्यूरोथैरेपी, पंचकर्मा, फिजियोथैरेपी, एक्यूप्रेशर की सुविधा मिलेगी 

लडकियों को आत्मरक्षा और आत्मसुरक्षा के गुर सिखाये जाएंगे

बददी / सचिन बैंसल :  हाउसिंग बोर्ड बददी स्थित हिमुडा काम्पलेक्स में किशोर योगा एकेडमी का शुभारंभ योग भारती संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति ने फीता काटकर किया । योग एकेडमी के संस्थापक डा.किशोर ठाकुर ने कहा कि उनका मकसद युवाओं को योग से जोडऩा है । उन्होंने कहा कि वह पिछले दस वर्षों से प्रदेश के सैकडों स्थानों पर हजारों शिविर आयोजित कर चुके हैं लेकिन प्रतियोगिता की तैयारी करवाने के लिए हमेशा ही कमी महसूस होती थी । इसलिए खेलो इंडिया, योग प्रतियोगिता और ओलम्पिक के लिए बच्चे तैयार करना उनका प्रमुख लक्ष्य है । उन्होंने कहा कि आजके युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है उन्हे जरूरत है सही प्लेटफार्म तैयार करने की जोकि किशोर योग एकेडमी में उपलब्ध करवाया जाएगा । उन्होंने कहा कि सामान्य योग कक्षायें सुबह 6 से 7 बजे और सांय 6 से 7 बजे लगेगी । बच्चों की विशेष योग कक्षा सायं 5 से 6 बजे तक संचालित की जाएगी । जिसमें योग, आसन के इलावा बुद्वि विकासक खेल, मुष्ठि प्रतियोगिता, दण्ड प्रतियोगिता, सूर्य नमस्कार, दण्ड बैठक, हैंड स्टैंड का अभ्यास विशेष तौर पर सिखाया जाएगा । इसके इलावा हर रविवार को किशोरी व्यक्तित्व विकास के लिए तरूणी शिविर आयोजित किए जाएंगे । जिसमें लडकियों को आत्मरक्षा और आत्मसुरक्षा के गुर सिखाये जाएंगे । इसी के साथ साथ सम्पूर्ण चिकित्सा की दृष्टि से नेचरोपैथी, न्यूरोथैरेपी, पंचकर्मा, फिजियोथैरेपी, एक्यूप्रेशर की सुविधा भी दी जाएगी।

मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि योग युगों युगों से है और आगे भी रहेगा । जरूरत है तो केवल उसे अन्दर से प्रकट करने की । मुर्ति ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है बल्कि मन, मुद्वि, शरीर, आत्मा का मिलन है । जब शरीर के यह सभी तत्व समता में रहते हैं तभी हमारा शरीर पूरी तरह से निरोग और स्वस्थ रहता है । उन्होंने कहा कि आज हर घर में बिमारी का आलम है और दूनियां के लोग दवाईयां खा-खाकर जीवन जी रहे हैं । लेकिन स्वस्थ फिर भी नहीं है । इसलिए पूर्ण स्वास्थ्य की गारन्टी केवल योग में है । उन्होंन सभी से आहवान करते हूए कहा कि कम से कम एक घन्टा अपने अथवा अपने शरीर के लिए दीजिए फिर आपका शरीर अंतिम श्वास तक आपका सुरक्षा चक्र बनकर काम करेगा । विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे योग भारती के प्रान्त सचिव रजत डोगरा ने कहा कि आज का दौर वैकल्पिक चिकित्सा पद्वति का है और दूनियां दुबारा से भारतीय पारम्परिक चिकित्सा पद्वतियों की ओर उम्मीद लगाकर बैठी है । उन्होंने संगठन द्वारा प्रदेश में चलाये जा रहे योग शिविरों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि योग भारती द्वारा हर महीने 7 दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर सोलन में चलाये जा रहे हें जिसमें अनेक राज्यों के साधक स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं । इसके इलावा तीन दिवसीय और पांच दिवसीय शिविरों को आयोजन पदेश के अलग अलग स्थानों पर किया जाता है । इस अवसर पर महिला पतंजलि योग समिति का राज्य कार्यकारीणि सदस्या शान्ता आर्य और पतंजलि योग समिति के बीबीएन प्रभारी देवेन्द्र सिंह नेगी ने भी अपने विचार रखे । मंच संचालन बीएससी कृषि अध्ययनरत्त छात्रा हर्षिता ठाकुर ने किया । हिमालय योग चिकित्सा एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के संस्थापक सदस्य रणेश राणा ने एकेडमी के लिए बददी के आस पास योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा देने के लिए बडा स्थान उपलब्ध करवाने की मांग प्रदेश सरकार से उठाने की मांग की ।

यह रहे उपस्थित:

इस अवसर पर  एनयूजे इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणेश राणा, सुरेश बंसल, महेश कौशल, मनोज जैन, नरेश शर्मा, विकसा झा, वरयाम सिंह, अखिल मोहन अग्रवाल, यादव किशोर गौतक, शिव कुमार, कुलवीर आर्य, दीप कुमार आर्य, रोड सेफटी कलब अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, शिव कुमार खरूणी, रामलोक ठाकुर, बीआर वर्मा, दर्शन पाल, सत्या पांडे, राजेंद्र चौधरी, चिरंजीव ठाकुर, अनिल मलिक,  रामकरण, प्रदीप गुप्ता, प्रीतम सिंह, सुरेश शर्मा, दर्शन पाल, पूजा कौशल, द्धचा राणा, राजिन्द्र चौधरी, पंकज भंडारी, राजेश मित्तल, सुनील शर्मा, हरीराम धीमान, संजीव बस्सी, जसविन्द्र ठाकुर, महेन्द्र शर्मा, प्रशान्त कुमार,कपिल शर्मा, पिन्टू सिंह, राकेश चौहान आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे ।