पंजाबः भारत को जल्द मिलेगी पहली पीएंडपी कार्गों लाइनर ट्रेन, देखें वीडियो

पंजाबः भारत को जल्द मिलेगी पहली पीएंडपी कार्गों लाइनर ट्रेन, देखें वीडियो

आरसीएफ कपूरथला में बन रहा पहला प्रोटोटाइप कोच

कपूरथलाः देश की पहली पैसेंजर एंड पार्सल (पीएंडपी) कार्गो लाइनर ट्रेन जल्द मिलने जा रही है। इस महत्वाकांक्षी ट्रेन को विश्व विख्यात रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) कपूरथला में बनाई जा रही है। इसका डबल डेकर कोच की तरह प्रोटोटाइप शैल बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही इसकी फर्नी​शिंग पर काम शुरू हो जाएगा। इसमें पैसेंजर व पार्सल एक-साथ चलेंगे, जिससे भारतीय रेल को फायदा मिलने की प्रबल संभावना है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस ट्रेन का ट्रायल अगस्त माह के अंत तक हो जाएगा।भारतीय रेलवे के ट्रैक पर ऐसी ट्रेन जल्द ही सरपट दौडती हुई दिखाई देने लगेगी। 

इसके ऊपरी डैक पर यात्री सफर करेंगी और निचले डैक पर माल ढोया जा सकेगा। इससे दोनों सफर और मालवाहक ट्रेन का काम एकसाथ होगा, जिससे रेलवे की आमदन भी बढ़ेगी। कोच के ऊपरी हिस्से में 46 यात्री बैठ सकेंगे और डिब्बे के निचले हिस्से में 6 टन के करीब माल रखने की क्षमता होगी। आरसीएफ की ओर से रेलवे बोर्ड को इस कार्गो लाइनर के तीन डिजाइन भेजे गए थे, जिनमें से एक का चयन हो गया है। इस पर पौने तीन से तीन करोड़ के करीब खर्च आने की उम्मीद है। 
आरसीएफ महाप्रबंधक अशेष अग्रवाल व जनसंपर्क अ​धिकारी जितेश कुमार ने कहा कि आरसीएफ में पहली पीएंडपी कार्गो लाइनर ट्रेन बनाई जा रही है। इस ट्रेन के इसी माह अगस्त में रोल आउट होने की पूरी उम्मीद है। 


उन्होंने बताया कि इसका डिजाइन बेहद आकर्षण में यूनीक है और यह ट्रेन पूरी तरह से वातानूकुलित होगी। पीआरओ जितेश ने बताया कि इस ट्रेन के कोच का प्रोटोटाइप शैल बनकर तैयार है। जल्द इसकी फर्नी​शिंग पर काम शुरू हो जाएगा। फिर इसे रेलवे बोर्ड के रिसर्च डिजाइन एंड स्‍टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) के पास ट्रायल के लिए भेजा जाएगा। ट्रायल के सफल होने पर आरसीएफ और कोच का निर्माण करेगा।

रेलवे के सूत्रों की मानें तो रेलवे की योजना शुरुआत में दो पीएंडपी डबल डेकर ट्रेनें चलाने की है। हर एक ट्रेन में 20 कोच होंगे। इनको कार्गो लाइनर कांसेप्‍ट पर रोल आउट किया जाएगा और ये निर्धारित रूट रेगुलर चलेंगी। इससे ट्रेन के चलने से पार्सल पहुंचाने में बड़ी सुविधा मिलेगी और सामान समय पर डिलीवर हो सकेंगे। जिससे समय की भी बचत होगी और व्यापारी खुद अपने सामान को साथ ले जा सकेंगे।