कांग्रेस में आया सियासी भूचाल, चॉपर से शिमला रवाना हुए बागी विधायक, देखें वीडियो

कांग्रेस में आया सियासी भूचाल, चॉपर से शिमला रवाना हुए बागी विधायक, देखें वीडियो

ऐसे गिरने से बच सकती कांग्रेस की सरकार

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट के बीच हरियाणा के पंचकूला से बड़ी खबर है। यहां पर बागी 6 कांग्रेस विधायकों से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर राजीव जिंदल ने मुलाकात की है। सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा, धर्मशाला के सुधीर शर्मा, लाहौल स्पीति के रवि सिंह ठाकुर, हमीरपुर के बड़सर से आईडी लखनपाल, ऊना के गगरेट से चैतन्य ठाकुर, ऊना के कुटलेहड़ से देवेंद्र भुट्टो शामिल हैं। ये सभी कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं, निर्दलीय विधायकों में आशीष शर्मा, होशियार सिंह और केएल ठाकुर हैं।जो कि पंचकूला में एक निजी होटल में ये विधायक ठहरे हुए थे। यहां पर बिंदल ने इनसे मीटिंग की है। अहम बात है कि मीटिंग के बाद अब ये छह विधायक शिमला के लिए रवाना हुए हैं।

शिमला रवानगी के लिए स्पेशल चॉपर का इंतजाम इनके लिए किया गया है। ताऊ देवी लाल स्टेडियम के पास ये विधायक पहुंचे और यहां से चॉपर के जरिये शिमला पहुंचेंगे। होटल में राजेंद्र राणा ने कहा कि वह कांग्रेस में ही हैं। साथ ही क्रॉस वोटिंग के सवाल पर राणा बोले कि हिमाचल में क्रॉस वोटिंग कोई नई बात नहीं है। गुजरात, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में भी क्रॉस वोटिंग भी होती रही है। वहीं, फ्लोर टेस्ट को लेकर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। इसी तरह कांग्रेस के बागी विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि वह लाहौल स्पीति के हितों के लिए यहां आए हैं और उन्होंने इसी कारण भाजपा राज्यसभा के विजेता हर्ष महाजन को वोट किया है।

बता दें कि इन 6 बागियों के साथ भाजपा के विधायक विक्रम ठाकुर और राकेश जम्वाल भी पंचकूला आए थे। हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधायकों में से कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं। कांग्रेस के 6 विधायक सुक्खू के खिलाफ है। इसी के साथ 3 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी का समर्थन कर रहे है। इस हिमाचल में बजट सत्र चल रहा है। बजट पारित करते समय विपक्ष सदन में डिविजन मांग सकता है। ऐसे में मतदान होने के आसार हैं। अगर कांग्रेस के 6 विधायक सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेते हैं तो सरकार के पास बड़ा मौका है। वोटिंग हुई तो 34 विधायकों का समर्थन सरकार को है। अगर विधायक सरकार के पक्ष में वोट करेंगे और सरकार गिरने से बच जाएगी। क्योंकि तब बहुमत का आंकड़ा 32 रह जाएगा।

इतना ही नहीं सरकार को गिरने से बचाने के लिए स्पीकर बागी कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड भी कर सकते हैं। अगर ऐसी पैदा होती है तो बहुमत के लिए सिर्फ 32 वोट चाहिए होंगे। ऐसे भी कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हो जाएगी। बता दें बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। ऐसे में बीजेपी बजट पारित करने के लिए वोट करने की मांग की जा सकती है।