उपायुक्त ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर सराहे पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्य, दीं शुभकामनाएं

उपायुक्त ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर सराहे पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्य, दीं शुभकामनाएं

बोले...ग्रामीण रोजगार और आर्थिक सशक्तिकरण में पशु चिकित्सकों का है अहम रोल

ऊना\सुशील पंडित: उपायुक्त जतिन लाल ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य पर पशुपालन विभाग के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा शनिवार को पशुधन भवन ऊना में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन समग्र रूप से पशुओं और समाज के स्वास्थ्य में पशु चिकित्सकों के महत्वपूर्ण योगदान को सामने लाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सक पशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसका सीधा संबंध मानव कल्याण से है।

बता दें, पशु चिकित्सा व्यवसाय के सम्मान के तौर पर हर साल अप्रैल महीने के अंतिम शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया जाता है। इस साल इस दिवस का विषय ‘पशु चिकित्सक आवश्यक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं’ है।

जतिन लाल ने कहा कि पशु चिकित्सकों का ग्रामीण रोजगार और आर्थिकी को सशक्त करने में अहम रोल है। उन्होंने विभाग की ओर से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं को सराहा और उनका लाभ प्रत्येक पशुपालक तक पहुंचाने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे गांवों में स्वरोजगार के अवसर बनेंगे तथा लोग आत्मनिर्भर होंगे और आर्थिकी मजबूत होगी।

उपायुक्त ने कहा कि पशु कल्याण सुनिश्चित बनाने तथा पशु रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के साथ साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाने में पशु चिकित्सकों के अथक प्रयास सारपूर्ण हैं। वे न केवल बीमार और घायल जानवरों का इलाज करते हैं बल्कि साथ ही उन बीमारियों के प्रकोप को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो पशु और मानव आबादी दोनों को प्रभावित कर सकती हैं।

इस दौरान पशुपालन विभाग ऊना के उप निदेशक डॉ. विनय शर्मा ने विभाग की ओर से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले के सभी पशु चिकित्सक तथा पशुपालन विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरे समर्पण से पशु कल्याण तथा इसके जरिए मानव कल्याण सुनिश्चित बनाने में दिन रात तत्परता से कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि जिले में एक गौ अभ्यारण्य तथा 37 गौशालाएं संचालित की जा रही हैं।

इस अवसर पर पशुपालन विभाग के डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. गोपाल, डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. राधिका शर्मा, डॉ. नवनीत शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।