भजन गायक कन्हैया मित्तल अल्मा यू के व वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड यू के लंदन के सर्टिफिकेशन से सम्मानित
कन्हैया मित्तल काअग्रवाल समाज को आपस में जोड़ने में अहम योगदान-सुमित सिंगला
बददी/सचिन बैंसल : बद्दी दशहरा ग्राउंड में तायल परिवार(बॉबी) की तरफ से द्वितीय श्री श्याम महोत्सव का आयोजन किया गया।इस अवसर पर भजन गायक कन्हैया मित्तल चंडीगढ वाले, गायिका स्विता अग्रवाल, भजन गायक राज पारिख ने भी अपनी मधुर आवाज में श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। खचा खच भरे दशहरा मैदान में संगतों का जमवाड़ा था वही पर भजन बंदगी के साथ श्रोता मंत्रमुग्ध हो रहे थे।
हिंदू सनातन धर्म का प्रचार करने वाले कन्हैया मित्तल को अल्मा यू के व वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड यूके लंदन के हिमाचल प्रेजिडेंट व क्यूरटेक ग्रुप के एम डी सुमित सिंगला व हिमाचल प्रदेश के मुख्यसन्दीय सचिव राम कुमार चौधरी ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड यूके लंदन का सर्टिफिकेशन देकर सम्मानित किया है।सुमित सिंगला ने कहा है कि जल्दी ही कन्हैया मित्तल को यू के लंदन पार्लियामेंट में सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर दशहरा ग्राउंड देखने में ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो जैसे राम लंका दहन कर लौटे हैं और विजयादशमी यानि दशहरा मनाया जा रहा हो। इस अवसर पर कन्ह्य मितल ने कहा की खाटू श्याम एक ऐसा धार्मिक स्थल है जहां हारे के सहारे यानि दीन दुखियों को सहारा मिलता है।उन्होंने कहा कि जैसे विश्व में इस्कॉन मंदिर बन रहे हैं वैसे ही खाटू श्याम के मंदिर विश्व में स्थापित हो रहे हैं।
कन्हैया मित्तल द्वारा भजनों जो राम को लाए हैं, खाटू वाले श्याम तेरा चर्चा हो गया है आदि प्रस्तुतियों पर लोग झूम उठे। कनहया मितल ने कहा की अग्रवाल समाज पाशचत्यवाद छोड़ एकजुट हो। उन्होंने कहा कि आगमी 15 अक्टूबर को अग्रवाल जयंती समारोह पूरे विश्व भर में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि खाटू श्याम में जाति पंथ भेदभाव छोड़ सभी धर्मों का संस्कार किया जाता है। उन्होंने इतिहास बताते हुए कहा कि अग्रवाल महाराज व खाटू श्याम को एक समान संज्ञा दी जाती है। भगवान कृष्ण ने ही उन्हें राह दिखाई थी । इन दोनों महाराजो ने कभी युद्ध नहीं लड़ा, एक रुपया एक ईंट जोड़ इन्होंने अपने समय में राज्य बनवाए थे।महाराज हारे के सहारे बने जिनके पास भोजन अन्न व घर नहीं था उन्हे धनधान्य कर सुदृढ़ बनाया। कहा कि रेवाड़ी नामक स्थान से श्याम बहादुर अग्रवाल पहले भक्त थे । खाटू श्याम को कभी बनियों का बाबा कहा जाता था आज वे सबके भगवान हैं।