विधायक की वोट के बाद नगर परिषद बददी पर कांग्रेस का कब्जा

विधायक की वोट के बाद नगर परिषद बददी पर कांग्रेस का कब्जा

 पार्षद तरसेम चौधरी बने नगर परिषद बद्दी के नए अध्यक्ष

 देरी से आने पर पूर्व अध्यक्ष जस्सी नहीं डाल पाए वोट

बददी/सचिन बैंसल: नगर परिषद बद्दी के अध्यक्ष पद का चुनाव शनिवार को काफी गर्मा गर्मी में संपन्न हुआ । अध्यक्ष पद का चुनाव नालागढ़ एसडीएम दिव्यांशु सिंगल की अध्यक्षता में संम्पन हुआ। जिसमे पार्षद तरसेम चौधरी नगर परिषद बददी के  नए अध्यक्ष बने।शनिवार सुबह से ही नगर परिषद प्रांगण में भाजपा व कांग्रेस के समर्थकों का जमावड़ा लग गया।
 शनिवार सुबह 11 बजे भाजपा के सभी पार्षद नगरपरिषद बद्दी के हाल में पहुंच गए । 
लेकिन काफी लम्बे इंतजार करने के बाद लगभग 12:10 पर कांग्रेस विधायक रामकुमार कांग्रेस समर्थित पार्षदों को लेकर नगर परिषद हॉल में दाखिल हुए। लेकिन अभी भी पूर्व अध्यक्ष जस्सी राम हॉल में उपस्थित नहीं थे। समय सीमा को देखते हुए चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी गई ।लगभग 12:30 पर नगर परिषद बद्दी के पूर्व अध्यक्ष जस्सी राम नगर परिषद हॉल में पहुंचे और साथ के साथ ही वापस भी चले गए क्योंकि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी । वह लेट थे जिस पर उन्हें वोट नही डालने दिया गया। लगभग 2 बजे चुनाव का नतीजा घोषित किया गया।
नतीजे के दौरान कांग्रेस को 5 और भाजपा को 4 वोट पड़े और तरसेम चौधरी को अध्यक्ष बनाया गया। कांग्रेस की ओर से विधायक राम कुमार ने भी वोट डाली जो कि कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी साबित हुई क्योंकि हॉल में  कुल 8 पार्षद थे जिसमें 4 भाजपा और 4 कांग्रेस के थे। ऐसे में विधायक की वोट निर्णायक साबित हुई और जिसने नगर परिषद में कांग्रेस की जीत  का परचम लहराया। विधायक राम कुमार ने कहा की नगर परिषद में कांग्रेस की जीत बद्दी में विकास की जीत हुई है । उन्होंने कहा भाजपा ने पिछले 5 वर्षों में नगर परिषद को नरक परिषद बना कर दिया है। जिसकी हालत काफी दयनीय है लेकिन अब बद्दी की जनता को घबराने की जरूरत नहीं है ।कांग्रेस  जो कि सुख की सरकार है वह एक बार फिर नगर परिषद में आ गई है और बद्दी को विकास की राह पर लेकर आएगी।
जीत के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष तरसेम चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और नगर परिषद में भी कांग्रेस का परचम लहराने के बाद विकास में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आएगी ।बद्दी के जितने भी रुके हुए कार्य हैं वह शीघ्र ही पूरे किए जाएंगे। इस मौके पर नगर परिषद बद्दी के पूर्व अध्यक्ष मदन लाल चौधरी, मोहनलाल, सुशील कौशल, मनोनीत पार्षद मदनलाल, कुलदीप सिंह ,राहुल बंसल ,मदन ,रमन कौशल, अक्षर पाल कौशल, संजीव कुंडलस, संजीव कौशल, रोहित, विजय लुवाना, सौरभ रविंद्र नाथ ,राजीव कौशल दलवारा ,अधिवक्ता वीके शर्मा, अशोक कुमार कौशल, सोनी कुमार, सुशील कुंडलस कुलवंत सिंह, बलवंत सिंह, पंकज भंडारी ,मक्खन सिंह समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
अध्यक्ष पद की दौड़ में कांग्रेस की ओर से सुरजीत चौधरी का नाम सबसे आगे आ रहा था। लेकिन सुरजीत चौधरी ने अध्यक्ष पद की कुर्बानी देते हुए नगर परिषद बद्दी में कांग्रेस का परचम लहरा दिया है क्योंकि अगर सुरजीत चौधरी अध्यक्ष पद पाने की जिद करते तो तरसेम चौधरी भाजपा की झोली में जा सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुरजीत चौधरी की सूझबूझ के कारण तरसेम चौधरी को अध्यक्ष बनाया गया और 5 साल बाद नगर परिषद बद्दी में कांग्रेस का सूखा खत्म हुआ।
नगर परिषद बद्दी में कुल 9 पार्षद है जिसमें से 4 भाजपा व चार कांग्रेस समर्पित पार्षद है ।ऐसे में आजाद प्रत्याशी जस्सी राम की वोट का काफी महत्व था ।लेकिन देरी से आने के कारण जस्सी राम को वोट नहीं डालने दिया गया। जिस पर वह बिना वोट डाले ही कर लौट गए।
आजाद प्रत्याशी जस्सी राम वोट न डालने से एक बार फिर नगर परिषद बद्दी में अध्यक्ष पद के लिए चार चार वोट बराबर हो गई थी ।ऐसे में विधायक द्वारा अपने वोट का इस्तेमाल करना कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी बन कर सामने आया है ।भाजपा और कांग्रेस के चार चार वोट डालने के बाद निर्णय नहीं हो पाया था कि अध्यक्ष पद कांग्रेस का है या भाजपा का। ऐसे में विधायक चौधरी रामकुमार ने अपनी सूझबूझ के साथ अपनी वोट का इस्तेमाल किया और नगर परिषद बद्दी में कांग्रेस का परचम लहरा दिया।