मक्की की फसल को सुंडी की बीमारी से बचाने के लिए अपनाए प्राकृतिक खेती: अंकुश शर्मा

मक्की की फसल को सुंडी की बीमारी से बचाने के लिए अपनाए प्राकृतिक खेती: अंकुश शर्मा

ऊना/सुशील पंडित: कृषि बिभाग आत्मापरियोजना के खंड तकनीकी प्रबंधक अंकुश शर्मा  द्वारा बताया गया कि मक्की की फसल में सुंडी (फ़ॉल आर्मी वर्म) बीमारी से 1-2 साल से किसान काफ़ी परेशान है जिसके कारण काफ़ी लोग इस फसल को लगाने से भी परहेज़ कर रहे है किंतु इस बीमारी  को प्राकृतिक तरीक़े से तेयार घटको (अग्निअस्त्र, ब्रहमअस्त्र ) के छिड़काब से रोकथाम की जा सकती है।

उन्होंने बताया कि ये बीमारी मौसम के बदलाब के कारण फसल को लगती है। इसलिए इन घटको के प्रयोग से इस बीमारी का रोकथाम किया जा सकता है। इसे किसान अपने घर पर ही देसी गौमूत्र  से 24-48 घंटे  में तेयार कर सकते है। 

सभी किसान 500-600  मिलीलीटर अग्निअस्त्र, ब्रह्मास्त्र 15लीटर पानी में मिला कर एक कनाल में 8-10 दिन के अंतराल पर स्प्रे कर सकते है। इस बिधि से पिछले बर्ष भी  कई किसानो ने बिना किसी रसायन के प्रयोग किए इस बीमारी से अपनी फसल को बचाया है। 

अग्निअस्त्र बनाने की बिधि (एक कनाल के लिए): नीम के पत्ते (500 ग्राम), देशी गाय का मूत्र (500 मि॰ लि॰) तीखी हरी मिर्च की चटनी (50ग्राम) तथा लहसुन की चटनी (50ग्राम)। सारी सामग्रीयों को मिलाकर आग पर हलकी आंच पर एक उबाल आने तक रखें और बाद में ठंडा कर के 2 दिन बाद प्रयोग करेंl

ब्रह्मास्त्र बनाने की बिधि( एक कनाल के लिए): नीम के पत्ते (500 ग्राम), देशी गाय का मूत्र (1ली ) पांच तरह के कड़वे पत्ते (200-200 ग्राम), पतों की चटनी बनाकर सारी सामग्री मिलाकर आग पर हलकी आंच पर एक उबाल आने तक रखें और बाद में ठंडा कर के 2 दिन बाद प्रयोग करें l