सतपाल सत्ती ने बहडाला में 37.50 लाख से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना की जनता को समर्पित

सतपाल सत्ती ने बहडाला में 37.50 लाख से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना की जनता को समर्पित

ऊना/सुशील पंडित: छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह ने आज एक दिन एक गांव कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत बहडाला में 37.50 लाख से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना का लोकार्पण किया। इस योजना से बहडाला की लगभग 3 हजार की आबादी लाभान्वित होगी। इसके जल भंडारण टैंक की क्षमता एक लाख लीटर है।

इस अवसर पर सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा ऊना विधानसभा क्षेत्र का संपूर्ण विकास सुनिश्चित किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जहां हर घर को नल के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की है, वहीं दूसरी और हर खेत को जल उपलब्ध करवाने के लिए सिंचाई योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है ताकि कृषि योग्य भूमि को पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध हो सके।

सतपाल सिंह सत्ती ने बताया कि बहडाला स्कूल में लगभग एक करोड़ व्यय करके भवन व डेढ़ करोड़ रुपये से खेल स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपये से निर्मित दो सिंचाई योजनाएं बहडाला बाग और ईंट भट्ठा के नजदीक जनता को समर्पित की गई हैं। उन्होंने बताया कि 40 लाख रूपये से गऊशाला बहडाला के समीप पेयजल योजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत 19.98 लाख रूपये से उथला नलकूप योजना (शैलो टयूवबैल स्कीम) का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इस योजना के निर्मित होने से बहडाला के 40 परिवारों की 325 कनाल भूमि सिंचित होगी। उन्होंने बताया कि कलर मार्किट से बहडाला के संपर्क मार्ग का 2.68 करोड़ से सुधारीकरण किया गया है।

इस मौके पर एपीएमसी अध्यक्ष बलबीर बग्गा ने भी अपने विचार रखे और जनसमूह को विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों से अवगत करवाया तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।

इस दौरान सत्ती ने जन समस्याएं भी सुनीं और उनके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इस अवसर पर प्रधान  रमेश चंद, उपप्रधान अविनाश कुमार, पूर्व उपप्रधान सुरेश कुमार, महिला मंडल प्रधान परवीण कुमारी, वार्ड सदस्य सुमन लाता, राज रानी व किरन देवी, एसई आईपीएच नरेश धीमान व एसडीओ होशियार सिंह, डॉ शशि पाल, राम मूति शर्मा, संध्या देवी, शकुंतला सहित अन्य उपस्थित रहे।