पंजाबः Civil Hospital में बत्ती गुल, बिलखते रहे मरीज, टॉर्च से किया ईलाज, देखें वीडियो

पंजाबः Civil Hospital में बत्ती गुल, बिलखते रहे मरीज, टॉर्च से किया ईलाज, देखें वीडियो

लुधियानाः सिविल अस्पताल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जहां देर रात करीब आधे अस्तपाल की लाइट गुल रही। अस्पताल के अधिकारी व्यवस्था बनाए रखने में बिल्कुल असमर्थ साबित हो रहे है। लाइट जाने से मरीज अंधेरे में बिलखते रहे। इलैक्ट्रिशन अपनी मनमर्जी से जनरेटल चलाता है। अंधेरे में लेटे मरीजों की पत्रकारों ने जब वीडियो बनाई तो इलेक्ट्रिशन उनसे भी उलझ पड़ा। वीडियो बनती देख वह जनरेटर चलाने भागा। इस दौरान डॉक्टर और स्टाफ नर्स मोबाइलों की लाइटें जगा मरीजों का इलाज करती दिखी।

वार्डों में मोबाइल पर काम करने की वीडियो भी पत्रकारों ने बनाई। लाइट करीब 10.15 पर गुल हुई। अस्पताल में जनरेटर की सुविधा होने के बावजूद लोगों को कुव्यवस्था के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। अस्पताल में बार-बार लाइट जाने का कारण घटिया वायरिंग या फिर स्टाफ का ट्रेंड न भी है। सूत्रों मुताबिक जनरेटर न चलाने पर मोबाइल की टॉर्च और मोमबत्ती के सहारे ही मरीजों का इलाज करना यहां की आम बात है। सरकार की तरफ से मिलने वाले डीजल का खर्चा कहा जा रहा है यह जांच का विषय है। एक मरीज के परिजन ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि लाइट बंद होने से परेशानी आ रही है। मरीज को बाथरुम लेकर जाना है उसके लिए परेशान होना पड़ रहा है।

वहीं लगातार जिन मरीजों का चैकअप और इंजेक्शन लग रहे है उन्हें अधिक दिक्कत है। उनका पंजाब सरकार से आग्रह है कि जनरेटर की सुविधा का सही से जमीनी स्तर पर इस्तेमाल करवाया जाए ताकि मरीज परेशान न हो। बिजली गुल होने से इमरजेंसी, सर्कुलेटिंग एरिया, मैडिसन वार्ड, नर्सिंग स्टेशन, शौचालय और महिला मरीजों के वार्डों में अंधेरा पसरा रहा। एसएमओ मंदीप कौर सिद्धू से जब सिविल अस्पताल में अक्सर लाइट गुल होने और जनरेटर न चलाने के बारे पूछने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने बिना बात सुने ही कह दिया कि अभी दफ्तर आई ही बहुत काम होता सुबह। एसएमओ के इस बयान से ही पता चलता है कि सिविल अस्पताल की सेहत सुविधाओं के लिए अधिकारी कितने सजग है।