पंजाब पुलिस ने सुलझाई कत्ल की गुत्थी, पति निकला हत्यारा, इस कारण किया पत्नी का कत्ल
दो सुपारी किलर पुलिस ने किया गिरफ्तार
फतेहगढ़ साहिबः अमलोह में गत 27 अप्रैल को दिनदहाड़े हुए विवाहिता अर्चना के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। महिला का हत्यारा उसका पति ही निकला है और उसने पत्नी की हत्या के लिए तीन लोगों को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।
ढाई लाख रुपये नहीं देने से पत्नी से खफा था आरोपी
आरोपी तरसेम इस बात खफा था कि अर्चना उसे अपने बैंक खाते में जमा ढाई लाख रुपये नहीं दे रही थी। पुलिस ने पति तरसेम सहित चार लोगों को नामजद किया है। इनमें दो सुपारी किलर फूल बाबू पासवान निवासी गांव समरी जिला मुज्जफरपुर तथा बिरजू दास निवासी गांव कोराही जिला मधेपुरा, बिहार को गिरफ्तार कर लिया है। उनके तीसरे साथी मोहन महतो निवासी लखन सिंह वाला, बिहार, की तलाश की जा रही है।
पत्नी की हत्या करने की बनाई योजना
एसएसपी डा. रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया कि तरसेम एक फैक्ट्री में काम करता है। उसकी अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नही थी जबकि उसकी पत्नी के बैंक एकाउंट में 2.50 लाख रुपये जमा थे, जो वह उसे नहीं देती थी। इसके साथ ही तरसेम के अर्चना से संबंध भी ठीक नहीं चल रहे थे। इसे लेकर तरसेम उससे खफा रहता था और उसने पत्नी की हत्या करने की योजना बनाई।
एसएसपी ने बताया कि तरसेम सिंह अपने घर की रिपेयर करवा रहा था। 6 अप्रैल से तीनों अन्य आरोपित उसके घर में कार्य कर रहे थे। तरसेम ने उन्हें पत्नी की हत्या करने के लिए एक लाख की सुपारी दी। साथ ही बताया कि वह अस्थमा पीडि़त भी है। इसके बाद तीनों ने दिनदहाड़े अर्चना की गला दबा कर हत्या कर दी।
शक न हो इसलिए फैक्ट्री के सीसीटीवी कैमरे की नजर में रहा
तरसेम सिंह ने पत्नी की हत्या की पूरी साजिश रची थी। पुलिस को उस पर संदेह न हो, इसके लिए वह हत्या के समय अपनी फैक्ट्री के सीसीटीवी कैमरों की नजर में रहा था। पुलिस ने तरसेम के बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरु की। टेक्नीकल जांच में उक्त तीनों की लोकेशन मिली। जब पुलिस ने फूल बाबू व बिरजू से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्हें अर्चना का कत्ल करने के लिए तरसेम ने एक लाख की सुपारी दी थी। जिस पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दो दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया है।