मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर लोगों ने किया बाजार बंद का आह्वान,  प्रदेश में हाई अलर्ट 

मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर लोगों ने किया बाजार बंद का आह्वान,  प्रदेश में हाई अलर्ट 

लखनऊः यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार के शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है। थोड़ी देर में डॉक्टरों का पैनल परिवार के सामने उनका पोस्टमार्टम करेगा। सूत्रों के मुताबिक, दोपहर लगभग दो बजे मुख्तार के शव को उनके परिवार को सौंपा जाएगा। बताया जा रहा है कि बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्तार के शव का पंचनामा पूरा हो गया है।

पंचनामे पर उमर अंसारी के साथ मुख्तार के दो भतीजों, वकील और ड्राइवर ने साइन किए हैं। पंचनामे के बाद अब तीन डॉक्टरों का पैनल मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम करेगा। उधर, मुख्तार अंसारी की मौत के बाद शुक्रवार को गाजीपुर के सभी बाजारों को बंद रखा गया है। लोगों ने बाजार बंद का आह्वान किया था। दुकानों पर ताले लगाए गए हैं। दरअसल मुख्तार के जनाजे में शामिल होने के लिए लोगों ने बाजार बंद रखे हैं। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है। पुलिस ने सभी जिलों में पहरा बढ़ा दिया है।

दरअसल बांदा जेल में अचानक मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज इलाज ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में हुआ था। उसके पिता का नाम सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है। 17 साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता सेनानी थे। गांधी जी के साथ काम करते हुए वह 1926-27 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई में शहादत के लिए महावीर चक्र से नवाजा गया था।