कोरोना वायरस के बाद Mpox संक्रमण का कहर

कोरोना वायरस के बाद Mpox संक्रमण का कहर

नई दिल्लीः कोरोना महामारी के बाद अब चीन में और एक बीमारी कहर बरपा रही है। हाल ही में सामने आई जानकारी के मुताबिक चीन में अब एमपॉक्स तेजी से फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, 5 मई को खत्म हुए हफ्ते से लेकर 21 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते के बीच यहां एमपॉक्स के 315 मामले सामने आए। एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस की एक प्रजाति है। 

डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों से पता चलता है कि पूरे 2022 में केवल छह मामलों की पुष्टि हुई थी, जबकि इस बार दो महीनों में ही 300 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि इसके अतिरिक्त हालिया सप्ताह के दौरान चीन में साप्ताहिक मामलों की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि हुई है, यहां पिछले तीन हफ्तों में संक्रमण के मामलों में 50% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ डॉ. पीटर-चिन होंग कहते हैं, हम वैश्विक स्तर पर कोरोना संक्रमण को लेकर चर्चा कर रहे हैं, पर साथ ही एमपॉक्स भी गंभीर खतरे के तौर पर उभरा है। एमपॉक्स अभी खत्म नहीं हुआ है और हमने इसे चीन में बढ़ते देखा है। हमें उन जोखिमों को लेकर भी सावधान रहने की आवश्यकता है, जो संकेत करते हैं कि मंकीपॉक्स कई अन्य देशों में भी बढ़ सकता है। 

गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स का प्रकोप पूरे यूरोप में फैलने से पहले साल 2022 में यह यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ था, अमेरिका में इसके कारण हालात काफी बिगड़े थे। एमपॉक्स (मंकीपॉक्स), मंकीपॉक्स वायरस से होने वाला एक संक्रामक रोग है। इससे दर्दनाक दाने, बढ़े हुए लिम्फ नोड्स के साथ तेज बुखार हो सकता है। इसका प्रकोप मुख्यरूप से समलैंगिक, बाइसेक्सुअल लोगों में अधिक देखा जाता रहा है। हालांकि रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने एक रिपोर्ट में अलर्ट किया था कि यौन संबंधों के अलावा भी इस संक्रमण को जोखिम कई और तरीके से हो सकता है, जिसको लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है।