लघु उद्योग भारती ने प्रधानमंत्री व परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर रोया दुखड़ा

लघु उद्योग भारती ने प्रधानमंत्री व परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर रोया दुखड़ा
पुलों व सडक़ों को युद्धस्तर पर बनाने की लगाई गुहार
उद्योग बंद होने की कगार पर, सैंकड़ों कर्मचारी हो जाएंगे बेरोजगार
बददी/सचिन बैंसल: देश के सबसे बड़े औद्योगिक संगठन लघु उद्योग भारती की हिमाचल इकाई ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पाति लिखकर टूटे पुलों व सडक़ों को जल्द से जल्द दुरूस्त करने की गुहार लगाई है। पत्र के माध्यम से लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष हरबंस पटियाल व प्रदेश महासचिव संजीव शर्मा ने कहा कि अगर जल्द से जल्द सडक़ व पुलों को युद्धस्तर पर काम लगाकर ठीक नहीं किया गया तो एशिया का नंबर वन औद्योगिक क्षेत्र तबाह होकर रह जाएगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन दवा उत्पादन का सबसे बड़ा हब है और देश की 50 प्रतिशत से अधिक दवा जरूरतें यहां से पूरी होती हैं। फार्मा उद्योगों के अलावा यहां अन्य उद्योग भी स्थापित हैं तो अपने उत्पादों से देश की जरूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन कीतरपुर चणनियां पुल, बद्दी टोल बैरियर पुल और दभोटा पुल टूटने के कारण यहां कच्चा माल की आवक का संकट पैदा होने लगा है।
अगर उद्योगों में कच्चा माल ही समय पर नहीं पहुंचेगा तो उत्पादन कैसे होगा। वहीं उद्योगों में निर्मित माल भी पुलों और सडक़ों के तबाह होने के चलते बाहर नहीं जा पा रहा है। जबकि सडक़ों पर घंटों जाम लगने के कारण कर्मचारी व कामगारों का उद्योगों तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। पुलों के टूटने के कारण जिन वैकल्पिक रास्तों का आवाजाही के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है वहां भी जाम की स्थिति बनी हुई है। इस औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश करने और बाहर जाने के लिए जहां घटों लगते थे वहां अब दिनों लग रहे हैं। जिसके चलते कच्चे माल की आवक में समस्या पैदा हो गई है और उद्योग बंद होंने की कगार पर हैं। ऐसे में सैंकड़ों कर्मचारियों व कामगारों के जीवन यापन पर भी तलवार लटकी हुए है।
प्रदेश में आई भयंकर त्रासदी से जहां पूरा प्रदेश जूझ रहा है और जनजीवन अस्त व्यस्त होकर रह गया है, वहीं एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब व औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में हाहाकार मचा हुआ है। चरनियां कीरतपुर पुल, दभोटा पुल व बाल्द नदी पर बना पुल टूटने से एशिया को सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र लडख़ड़ाने लगा है। न तो यहां उद्योगों में कच्चा माल समय पर पहुंच पा रहा है और न ही यहां से तैयार माल बाहर जा पा रहा है। जिसके चलते बीबीएन में कई उद्योग बंद होने की कगार पर खड़े हैं। उत्पादन ठप्प होकर रह गया है और दिन रात चलने वाले उद्योग मुश्किल से 8 घंटे भी नहीं चल पा रहे हैं। लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष हरबंस पटियाल व महासचिव संजीव शर्मा ने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर पुलों व सडक़ों को युद्धस्तर पर दुरूस्त करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि अगर इस बाबत जल्द से जल्द कारगर कदम नहीं उठाए गए तो उद्योगों को बंद करने की नौबत आ जाएगी। उन्होंने इस औद्योगिक क्षेत्र बचाने की गुहार लगाते हुए कहा कि जल्द से जल्द पुलों व सडक़ों को दुरूस्त किया जाए ताकि यहां पर दोबारा औद्योगिक माहौल बन सके।