जालंधरः किसानों ने हाईवे के बाद रेलवे ट्रैक की ओर किया कूच, भारी पुलिस तैनात, देखें वीडियो

जालंधरः किसानों ने हाईवे के बाद रेलवे ट्रैक की ओर किया कूच, भारी पुलिस तैनात, देखें वीडियो

जालंधर, ENS: पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों ने पिछले 2 दिन से मोर्चा खोला हुआ है। इस दौरान पिछले 2 दिन से किसान हाईवे पर धरना लगाकर बैठे हुए है। वहीं आज तीसरे दिन भी किसानों ने हाईवे जाम किया हुआ है। दरअसल, बीते दिन किसानों के हाईवे जाम करने को लेकर सीएम भगवंत मान ने किसानों को चंडीगढ़ दफ्तर में बात करने का कहा था। वहीं किसानों ने भी कल रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला तो वह वीरवार सुबह 10 बजे रेलवे ट्रैक जाम कर देंगे।

इसी के तहत आज किसानों ने हाईवे के साथ-साथ रेलवे ट्रैक की ओर कूच कर दिया है। जिसके तहत किसानों ने मशीनें मंगवाई ली है। वहीं दूसरी ओर किसानों को रेलवे ट्रैक जाम करने के रोकने के लिए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसानों को रेलवे ट्रैक जाम करने से रोकने के लिए मौके पर डीसीपी हरविंदर विर्क पुलिस फोर्स के साथ मौजूद है। हालांकि डीसीपी का कहना है कि वह किसानों को रेलवे ट्रैक रोकने के लिए मना कर रहे है और उनके द्वारा रेलवे ट्रैक ना रोके जाने की पूरी कोशिशे की जा रही है। किसानों ने 12 बजे धन्नोवाली फाटक पर ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है। अभी तक किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक नहीं रोका गया है। जबकि दूसरी ओर किसानों का कहना है कि वह लोगों को परेशान नहीं करना चाहता है।

इस दौरान किसान नेता ने कहा कि कल सीएम साहब के साथ मीटिंग पहले 11 बजे थी जिसके बाद 2 बजे का समय दिया गया उसके बाद 4 बजे का समय दिया गया। किसान नेता ने कहा कि रात 8 बजे पता चला कि सरकार के साथ किसानों की मीटिंग नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि वह किसानों के लिए गंभीर नहीं है। किसान नेता ने कहा कि पुलिस उन्हें जोर यह दे रही है कि हम रेलवे ट्रैक ना रोके। किसान नेता ने कहा कि हम जब तक प्रदर्शन नहीं करेंगे तो सरकार को हमारी परेशानी का कैसे पता चलेगा। इस दौरान किसान रेलवे ट्रैक जाम करने की मांग पर अड़े हुए है। वहीं जालंधर के गांव धन्नोवाली गांव के पास दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों का धरना भी जारी है। किसानों ने तीसरी रात भी सड़क पर सोकर गुजारी। दरअसल, अभी तक किसानों की सरकार के साथ मीटिंग नहीं हो पाई।