जालंधरः आप विधायक शीतल अंगुराल ने तैयारी के साथ किया स्टिंग, यही बनेगा सबूत

जालंधरः आप विधायक शीतल अंगुराल ने तैयारी के साथ किया स्टिंग, यही बनेगा सबूत
जालंधरः आप विधायक शीतल अंगुराल ने तैयारी के साथ किया स्टिंग

जालंधर/वरुणः पंजाब में आम आदमी पार्टी ने विधायकों की खरीद- फरोख्त का स्टिंग आपरेशन पूरी योजना के साथ किया है। विधायकों से फोन पर बातचीत का सिलसिला काफी दिनों से चल रहा था। भाजपा की इस साजिश का पर्दाफाश करने की जिम्मेदारी पार्टी ने जालंधर वेस्ट से विधायक शीतल अंगुराल को सौंपी। अंगुराल राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को पल-पल की जानकारी देते रहे। कॉलर ने पहले इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए अंगुराल के चंडीगढ़ स्थित विधायक वाला फ्लैट चुना, बाद में सुखना लेक को इसके लिए तय किया गया। यहीं पर शीतल ने बड़ी चालाकी से स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया और बातचीत को रिकार्ड कर लिया। अब इसे ही सबूत के तौर पर पेश किया जा रहा है।  

जालंधर वेस्ट से विधायक को जब लगातार कॉल्स आनी शुरू हुईं तो कई बार पंजाबी बोलने वाला कॉलर थ्री लाइन पर हिंदी भाषी व्यक्ति को भी लेने लगा। इसके बाद आपस में मिलना तय हुआ और स्थान चुना गया चंडीगढ़ की सुखना लेक। पहले चंडीगढ़ में शीतल अंगुराल के विधायक वाले फ्लैट पर बैठक की योजना बनी थी। अंगुराल पूरी तरह से तैयार थे और योजना के मुताबिक उन्होंने कॉलर से मिलकर सौदेबाजी करनी शुरू कर दी।
 
उन्होंने पूरी सौदेबाजी की मोबाइल पर रिकार्ड कर लिया। जिसमें सौदा करने वाला कहता है कि आप के लिए गिफ्ट भेजा है, 25 सीआर। आप बस तैयारी करो, अगर आप तीन विधायक साथ ले आओगे तो आपको 70 सीआर (करोड़) मिलेगा। दीपावली के बाद हम धमाका करेंगे। तब तक बिल्कुल खामोश रहना है। अगर तीन-चार विधायक आप ले आते हो तो आपको नई सरकार में मंत्री भी बनाया जाएगा और परिवार में चेयरमैनी भी दी जाएगी। हमारी योजना यह है कि हम उतने विधायक फ्लोर टेस्ट में जाने नहीं देंगे, जिससे आप की सरकार बचती हो। सरकार अपने आप गिर जाएगी। हमारे पास दूसरी पार्टी के विधायक भी हैं, मिलकर नई सरकार बन जाएगी। 

कॉल एक ही फोन नंबर से आती थी। फोन करने वाला पंजाबी बोलता था और बाद में किसी हिंदी भाषी को थ्री लाइन पर साथ लेता था। दोनों ही मिलने आए थे और उनकी फोटो भी आम आदमी पार्टी ने क्लिक करवाई है। इस तरह की कॉल 10 विधायकों को की गई हैं। पार्टी के नेताओं को इस बात की शंका है कि 10 विधायकों को पार्टी से तोड़कर उनको गुजरात ले जाना था, जहां आम आदमी पार्टी के खिलाफ कुप्रचार करवाया जाता। सीनियर नेताओं का कहना है कि गुजरात में पार्टी का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है और वहां पंजाब वाली स्थिति बनती जा रही है।