भारतीय सर्कस के पितामह जेमिनी शंकरन का हुआ निधन

भारतीय सर्कस के पितामह जेमिनी शंकरन का हुआ निधन

नई दिल्लीः भारतीय सर्कस जगत के मुख्य जेमिनी शंकरन का बीती रात 99 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। जेमिनी कुछ बीमारियों की वजह से पिछले कुछ दिनों से कन्नूर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थे, जहां रविवार की रात उनका निधन हो गया। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भारतीय सर्कस को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने में मुख्य भूमिका निभाने के लिए शंकरन की सराहना की। उन्होंने कहा, ''उन्होंने भारतीय सर्कस के आधुनिकीकरण में प्रमुख भूमिका निभाई।" शंकरन एक बेहतरीन कलाकार होने के साथ साथ जेमिनी और जंबो सर्कस कंपनियों के संस्थापक भी थे।

वे भारत के सबसे पुराने सर्कस कलाकार भी कहे जाते हैं। उन्होंने एक सर्कस कलाकार के रूप में ही अपने करियर की शुरुआत की थी और देश-विदेश में विभिन्न स्थानों पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से लोगों का दिल जीता। उन्हें एम.वी शंकरन नाम से भी पहचाना जाता था। उनकी जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, मार्टिन लूथर किंग, माउंटबेटन और अंतरिक्ष यात्री वेलेंटीना टेरेशकोवा से काफी अच्छे संबंध थे। उनका जन्म 13 जून वर्ष 1924 को केरल के कोलास्सेरी, थालास्सेरी में हुआ था। शंकरन के माता-पिता का नाम रमन और कल्याणी था। वे अपने माता-पिता की पांचवीं संतान थे। वर्ष 1938 में सर्कस कला के प्रति अपने जुनून के कारण वे इसमें शामिल हुए थे। इसी बीच उन्होंने सेना में भी अपनी सेवाएं दीं।