पालमपुर के दराट कांड को लेकर समाज सेवी संजय शर्मा व अनिल मलिक पीड़ीत परिवार से मिले

पालमपुर के दराट कांड को लेकर समाज सेवी संजय शर्मा व अनिल मलिक पीड़ीत परिवार से मिले

उद्योग संगठन बोले ईलाज के लिए पूरे हिमाचल से जुटाई जाएगी मदद

बददी/ सचिन बैंसल: कांगडा जिला के पालमपुर में एक सिरफिरे द्वारा कालेज की छात्रा को दराट से बेरहमी से घायल करने के बाद अब पीजीआई चंडीगढ़ में पीड़ीता का ईलाज चल रहा है और उसकी जान अब खतरे से बाहर है। पीजीआई के आपातकाल वार्ड में छात्रा को गहन चिकित्सका परीक्षण कक्ष में रखा गया है। इस दर्दनाक हादसे की जहां चारों ओर निंदा हो रही है वहीं पुलिस द्वारा आरोपी को पकड लिए जाने के बाद भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। कोई आरोपी के लिए फांसी की मांग कर रहा है तो कोई उम्र कैद की सजा। इसी कड़ी में सोमवार को जिला कांगडा के जय सिंह पुर के रहने वाले संजय शर्मा उर्फ बडका भाऊ के नाम से विख्यात संजय शर्मा आज सुबह पीजीआई चंडीगढ़ पहुंचे।

वहीं लघु उद्योग संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल मलिक व मानवाधिकार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा भी इस परिवार का दर्द जानने पीजीआई पहुंचे थे। संजय शर्मा व अनिल मलिक ने पीड़ीता से मिलने की इच्छा जाहिर की लेकिन तब तक छात्रा को एक सर्जरी के लिए आपरेशन थियेटर में ले जाया चुका था। उसके बाद उन्होने घायल छात्रा के पिता से अलग से बात की और उनको ढांढस बंधाया और कहा कि बेटी किसी की भी हो सबकी संाझी होती है और इस युवक ने जो कृत्य किया है वो व्यवहार तो हम जानवर के साथ भी नहीं करते।

उन्होने कहा कि आरोपी ने तो कोई कसर नहीं छोडी थी लेकिन भगवान ने उसकी जान बचा ली। उन्होने छात्रा के पिता को भरोसा दिलाया कि बेशक ईलाज सरकारी अस्पताल में हो रहा है लेकिन फिर भी अस्पतालों में बहुत खर्च होता है इसलिए आपने चिंता नहीं करना पूरा हिमाचल आपके साथ है। उन्होने कहा कि शीघ्र ही लडक़ी के पिता का बैंक खाता सोशल मीडिया में दिया जाएगा ताकि इस विपदा में पीड़ीत परिवार की ज्यादा से ज्यादा मदद हो सके। वहीं लघु उद्योग संघ हिमाचल के महासचिव अनिल मलिक ने कुछ फौरी मदद पिता को प्रदान की और कहा कि हम आगे भी मदद करेंगे।

रोड सेफटी क्लब बददी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने चंडीगढ़ में परिवार को किसी भी प्रकार की मदद हो तो निसंकोच उपलब्ध करवाई जाएगी।
नहीं पहुंचा सरकार व शासन का कोई प्रतिनिधि-पीडीता के पिता ने बताया कि अभी तक प्रदेश सरकार व हिमाचल शासन का कोई प्रतिनिधि उनको चंडीगढ़ में आकर नहीं मिला है। उन्होने कहा कि वो चाहते हैं कि इस मामले में उनको पूरा न्याय मिले। उन्होने कहा कि वो चाहते हैं कि उनकी बेटी जल्द से जल्द ठीक होकर अपने घर लौटे और पूर्व की तरह कालेज जाकर पढ़ाई पूर्ण करे। लडकी के पिता ने उन सभी लोगों व संस्थाओं का आभार जताया है।