पंजाबः एक्शन में आया punjab pollution control board, बड़ी फैक्ट्रियों की हर 3 महीने में होगी चेकिंग

पंजाबः एक्शन में आया punjab pollution control board, बड़ी फैक्ट्रियों की हर 3 महीने में होगी चेकिंग
पंजाबः एक्शन में आया punjab pollution control board

पटियालाः जिले में प्रदूषण का कारण बनने वाली इंडस्ट्री पर हर तीन महीने के अंदर चेकिंग होगी। यही नहीं इन फैक्ट्रियों पर रूटीन में मानीटरिंग भी की जाएगी। बीते समय के दौरान दो बड़ी फैक्ट्रियों से प्रदूषण फैलाए जाने की शिकायत मिलने के बाद पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने सख्ती शुरू कर दी है। पीपीसीबी ने 10 बड़ी यूनिटों को इस लिस्ट में शामिल किया है, जिसमें पेपर मिल, राइस मिल व ईंट भट्टे का नाम शामिल है। यहां पर हर तीन महीने में पीपीसीबी की टीम विजिट करेगी, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों के सबमिट की जाएगी। इसके अलावा एक टीम इन तीन महीने के समय के दौरान इन यूनिटों की मानीटरिंग करेगी ताकि तीन महीने बाद होने वाली विजिट में टीम अपने साथ पूरे सबूत लेकर जाएगी।

पीपीसीबी की एक टीम जहां बड़ी फैक्ट्रियों की विजिट करेगी, वहीं एक टीम छोटे उद्धोगों पर भी निगरानी रखेगी। फोकल प्वाइंट पटियाला, राजपुरा, नाभा के अलावा अन्य इंडस्ट्रियल एरिया में चल रही इन फैक्ट्रियों पर नजर रखी जाएगी। यही नहीं मोहल्लों की आड़ में चलने वाली छोटी फैक्ट्रियां भी इस जांच की लिस्ट में शामिल रहेंगी, जिन्हें कसूरवार पाए जाने पर भारी जुर्माने के साथ पुलिस केस भी दर्ज किया जाएगा। इन छोटे उद्धोगों पर चैकिंग के लिए शैडयूल नहीं बनाया जाएगा बल्कि अचनचेत चेकिंग की जाएगी। इसको लेकर भी टीम का गठन व छापेमारी को पूरी तरह से गुप्त रखा जाएगा। इन सभी जांच के लिए एसडीओ रैंक के अधिकारी सुपरविजन करेंगे, जिस पर मेंबर सैक्रेटरी की अध्यक्षता होगी।

बीते समय के दौरान पीपीसीबी ने दो पेपर मिल को भारी जुर्माना किया था। वजह यह थी कि यहां पर पाल्यूशन कंट्रोल सिस्टम की कमी के साथ कुछ अन्य लापरवाही पाई गई थी। विभाग के अनुसार जुर्माने की राशि करीब पचास लाख रुपए थी, इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट हैड आफिस भेजी जा चुकी है। इसके अलावा हाल ही में राजपुरा की एक फैक्ट्री को पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के नियमों का उल्लंघन करना पाया गया है।

पीपीसीबी के एसडीओ एनके सिंगला ने कहा कि जिले का चार्ज उनके पास है। दो बड़ी पेपर मिलाें की लापरवाही संबंधी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। यहां पर अब प्लांट नियमों के अनुसार और सही हैं। इसके अलावा विभाग के नियमों का उल्लंघन कर पाल्यूशन फैलाने वालों पर रूटीन में कार्रवाई व चेकिंग कर रहे हैं। बड़ी फैक्ट्रियों में निर्देशानुसार हर तीन महीने में विजिट हो रही है।