पंजाबः सिविल अस्पताल में बैड पर मृतक और मरीज को लिटाने के मामले में सिविल सर्जन का आया बयान, देखें वीडियो

पंजाबः सिविल अस्पताल में बैड पर मृतक और मरीज को लिटाने के मामले में सिविल सर्जन का आया बयान, देखें वीडियो

लुधियानाः सिविल अस्पताल लगातार विवादों में घिरा रहता है। कुछ दिनों पहले चूहों को लेकर विवादों में सिविल अस्तपाल आया था। वहीं बीते दिन अस्पताल में एक ही बैड पर मरीज और शव के पड़े होने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले को लेकर आज सुखबीर बादल ने भी ट्विट करके पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। वहीं सिविल अस्पताल की इस लापरवाही के चलते प्रशासन एक्शन में आ गया है। सूत्रों के अनुसार इस घटना को लेकर कमेटी का गठन किया गया है और इस लापरवाही को लेकर रिपोर्ट तैयार करने के लिए आदेश जारी किए गए है। वहीं इस मामले को लेकर सिविल सर्जन जसबीर सिंह का बयान सामने आया है। मीडिया को जानकारी देते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि उक्त मृतक 9 अप्रैल को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुआ था।

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मृतक का एक्सीडेंट होने के कारण उसे काफी इंजरी आई थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उन्होंने कहा कि मरीज के साथ कोई नहीं था। कल मरीज का हालत खराब हो गई थी, जिसके बाद ईलाज दौरान उसकी मौत हो गई। सिविल सर्जन ने बताया कि इस मामले को लेकर एसएमओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण कई बार एक बैड पर मरीजों का उपचार किया जाता है। वहीं इस मामले में जांच के दौरान उन्हें पता चला है कि मरीज की मौत 11.40 पर हो गई थी। लेकिन मौत के बाद व्यक्ति को मोर्चुरी में शिफ्ट करने के लिए 2 घंटे तक लग गया। उन्होंने कहा कि यह सीरियस मामला है कि जब किसी मरीज की मौत हो गई है तो उसे 5 से 10 मिनट में शिफ्ट कर देना चाहिए था, ताकि बैड में पड़े दूसरे मरीज को कोई मानसिक दिक्कत का सामना ना करना पड़े।

सिविल सर्जन ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने एसएमओ को चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने इस लापरवाही के बारे में जानकारी मुहैय्या करवाई जाए। सिविल सर्जन ने कहाकि उक्त लापरवाही का जवाब उन्होंने डिप्टी कमिश्नर और डायरेक्टर सेहत विभाग को रिपोर्ट भेजनी है। वहीं उन्होंने कहा कि एक प्राइमा रिपोर्ट डिप्टी कमिश्नर और डीसी को भेज दी है। जबकि एसएमओ द्वारा इस मामले में लापरवाही को लेकर पूरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। उन्होंने माना कि यह बड़ी लापरवाही है, अगर किसी मरीज की मौत हो गई है तो वहां पर पड़े दूसरे मरीज को कोई ओर बैड मुहैय्या करवा देना चाहिए था।