बददी में धूम धाम से मनाया गया कारगिल विजय दिवस 

बददी में धूम धाम से मनाया गया कारगिल विजय दिवस 

डीआरडीओ सेवानिवृत अधिकारी शशि भूषण मिश्रा और रमीत फौजी को दिया गया सैनिक सम्मान

बददी/सचिन बैंसल: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर किशोर योग एकेडमी में सैनिक सम्मान का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर सेवानिवृत अधिकारी डीआरडीओ शशि भूषण मिश्रा रहे, वहीं मुख्य वक्ता के तौर पर रिटायर्ड सैनिक रमीत सिंह फौजी उपस्थित रहे । सर्व प्रथम कारगिल युद्व में शहीद हुए वीेर सैनिकों को श्रद्वांजलि अर्पित की गई । तथा उनकी याद में दो मिनट का मौन रखा गया । रमीत फौजी ने सैनिकों की जीवनी पर बोलते हुए कहा कि भारतीय सैनिक जब सेना में जाता है तब उसके मां-बाप सगे संबंधी केवल भारत माता होती है जिसकी सुरक्षा की खातिर वह हर समय सीमा पर तैनात रहता है और घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के लिए काल बनकर उन पर टुट पड़ता है । 
शशि भूषण मिश्रा ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत का सैनिक विश्व की सब सेनाओं से अलग है जो अपनी शूरवीरता और अदम्य साहस के लिए जाना जाता है । उन्होंने कहा कि भारत वर्ष का इतिहास रहा है कि भारतीय सेना ने कोई भी लड़ाई लम्बी नहीं लड़ी है फिर वह लडाई राम-रावण की हो, महाभारत युद्व हो अथवा भारत-चीन या भारत-पाकिस्तान की हो, और विजय हमेशा भारत की ही हुई है । क्योंकि भारत के डीएनए में जल्द से जल्द निपटाना है । उन्होंने कहा कि आजकल हम देखते हैं कि रूस और यूक्रेन की लड़ाई पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से चल रही है परन्तु कारगिल युद्व संसार के सब युद्वों में सबसे उंची पहाड़ियों पर लड़ा गया और 60 दिन तक चले इस युद्व में भारत के 527 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए जबकि पाकिस्तान के हजारों सैनिकों को भारतीय सेना ने मार गिराया था । और यह युद्व इतना जटिल था कि दुश्मन उंची पहाडियों पर बैठा था और भारतीय सेना नीचे से वार कर रही थी, लेकिन भारतीय सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और साहस के दम पर हमने यह लड़ाई जीती और पाकिस्तान द्वारा कब्जा किया हुए द्रास, तोलोलिंग, कारगिल की पहाड़ियों को दुश्मन के चंगुल से मुक्त करवाया । 
इस अवसर पर श्रीहरिओम योगा सोसाईटी के अध्यक्ष डाक्टर श्रीकान्त शर्मा और पतंजलि योगपीठ प्रभारी देवेन्द्र सिंह नेगी ने भी अपने विचार रखे । समारोह के उपरान्त योग एकेडमी संचालक डाक्टर किशोर ठाकुर द्वारा अतिथियों को सैनिक सम्मान देकर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम के दौरान वरिन्द्र जैन, ज्योति जैन, नीतू पाल, रंजना शर्मा, रामचन्द्र रेड्डी, आलोक शुक्ला, श्रवण कुमार, प्रशांत कुमार, नीरज बंसल, सुनील शर्मा, लाल बाबू यादव, सोमनाथ पाल, सतीश शेखावत, दीपक वर्मा, जसवंत सिंह, सोनू बंसल,  आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे ।