जालंधरः सब्जी लेने जा रहे युवक का चाइना डोर से कटा गला, बैन के बावजूद सरेआम बिक रही डोर

जालंधरः सब्जी लेने जा रहे युवक का चाइना डोर से कटा गला, बैन के बावजूद सरेआम बिक रही डोर
जालंधरः सब्जी लेने जा रहे युवक का चाइना डोर से कटा गला

जालंधर/हर्ष कुमारः प्रशासन के चाइन डोर पर पाबंदी लगने के बावजूद धड़ल्ले से शहर में चाइन डोर बिक रही है। वहीं आज चाइना डोर को लेकर एक युवक के घायल होने का मामला सामने है। जानकारी के मुताबिक 27 वर्षीय युवक चाइना डोर की चपेट में आने से बुरी तरह से घायल हो गया। घायल युवक की पहचान राज नगर निवासी रॉकी के रूप में हुई है। रॉकी के बुआ के लड़के नितिन ने बताया कि रॉकी घर में अकेला रहता है और ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों में लोडिंग अनलोडिंग का काम करता है। सुबह किसी ने फोन करके बताया उनके भाई का चाइना डोर की चपेट में आने से गला कट चुका है जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया है। जब नितिन घटनास्थल पर पहुंचे तब स्थानीय लोग रॉकी को नजदीकी अस्पताल उपचार के लिए ले जा चुके थे।

सुबह सब्जी लेने जाना पड़ा रॉकी को भारी 

घायल रॉकी ने बताया कि वह घर में अकेला रहता है। सुबह सब्जी लेने जा रहा था कि अचानक चाइना डोर उसके सामने आ गई। उसने डोर से बचने की बहुत कोशिश की लेकिन वे उसकी चपेट में आ गया जिससे उसका गला कट गया और वह लहूलुहान हो गया लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी।

नहीं रूक रहा था रॉकी का खून, लोगों में उपचार के लिए पहुंचाया अस्पताल 

घटनास्थल पर घायल रॉकी देखकर वहां पर सभी मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने कहा की घटना फिल्मी सीन की तरह लग रही थी क्योंकि खून रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था सभी लोगों ने घायल रॉकी को उपचार के लिए नज़दीक टैगोर अस्पताल में पहुंचाया और परिवार को सूचित किया।

प्रतिबंध होने के बावजूद बेखौफ बिक रही चाइना डोर

घायल रॉकी के परिवारिक सदस्य और लोगों ने कहा चाइना डोर पर प्रतिबंध लगने के बावजूद भी जो दुकानदार इसको बेखौफ होकर बेच रहे हैं उन पर कानूनी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए क्योंकि आए दिन बेजुबान पक्षी और कई लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं।


कब तक चलेगा पुलिस और दुकानदारों में लुका छुपी का खेल 

पुलिस की तरफ से हर साल दुकानदारों पर कार्यवाही तो की जाती है लेकिन उसका डर दुकानदारों पर कुछ समय तक ही रहता है और बाद में दुकानदार अपना मुनाफा कमाने के लिए थोड़े दिनों बाद फिर पहले की तरह हो जाते हैं।  प्रशासन को इसके लिए सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो सके।