बिजली का बिल 1 लाख आने से शक्ति सदन में अधिकारियों ने मानी गलती, सीएम मान से की शिकायत

जालंधर (वरिन्दर): जालंधर के रहने वाले अर्जुन नामक व्यक्ति के घर  का बिजली का बिल जनवरी महीने में जीरो आया था, लेकिन फरवरी महीने में  करीब एक लाख रुपए आया। जिसके बाद वह शक्ति सदन में पहुंचा और अपनी समस्या बताई, अधिकारियों ने अपनी गलती मान ली और कहां की बिल की एवरेज निकालने के बाद करीब ₹60000 उन्हें पीएसपीसीएल को देने होंगे।

इसको लेकर ज्यादा जानकारी देते हुए अर्जुन ने बताया कि उसका जनवरी महीने का बिल ₹0 आया था, और फरवरी का करीब 1 लाख रूपये आया। और अधिकारी अपनी गलती भी मान रहे हैं, तो हम यह पैसे भुगतान क्यों करें। इसको लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान और बाकी उच्च अधिकारियों को शिकायत भेज दी है।

वह इसको लेकर डिप्टी चीफ इंजीनियर ने कहा कि  2 दिन पहले हमसे मिलने आए थे, और हमने उन्हें कहा था कि जब उनका मीटर चेंज हुआ था, तब वह अपडेट नहीं हुआ था, अपडेट ना होने की वजह से उन्हें एवरेज बिल आ रहा था, रीडिंग का बिल नहीं आ रहा था। मीटर अपडेट होने के बाद रीडिंग के हिसाब से जो खपत उन्होंने यूज़ की है उसके हिसाब से बिल भेजा गया था, और यह भी कह दिया था कि जो एवरेज बिल उन्होंने पे किया है उसमें से वह माइनस हो जाएगा, जिसके बाद उन्हें करीब 60 हज़ार रूपये देने होंगे। हमारे विभाग से गलती हुई है हमने यह भी कहा कि वह इंस्टॉलमेंट में भी पैसे दे सकते हैं।