सांसद की बिगड़ी तबीयत, हालत नाज़ुक 

सांसद की बिगड़ी तबीयत, हालत नाज़ुक 

संतकबीरनगर: सांसद और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई। उन्हें गोरखपुर के निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण शनिवार की शाम को एयर एम्बुलेंस से गोरखपुर से दिल्ली ले जाया गया। दिल्ली एम्स में भर्ती कराकर उनका इलाज किया जा रहा है। उन्हें पैंक्रियाज में इंफेक्शन बताया जा रहा है। लगभग छह माह पहले भी वह एक बार बीमार हुए थे। सांसद प्रवीन निषाद के अभिन्न सहयोगी व भाजपा नेता इं. सुधांशु सिंह ने बताया कि वह और सांसद प्रवीण निषाद शुक्रवार की रात लखनऊ से आए थे। देर रात लगभग दो-तीन बजे उन्हें पेट में दर्द शुरू हुआ। असहनीय होने पर उन्हें गोरखपुर के फातिमा हास्पिटल में भर्ती कराया गया। दिनभर इलाज चलने के बाद भी आराम नहीं मिला। डॉक्टरों ने इसकी सूचना सांसद के पिता व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद को दी।

उसके बाद आनन-फानन में दिल्ली से एयर एम्बुलेंस का इंतजाम हुआ। शनिवार की शाम को उन्हें एयर एम्बुलेंस से इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया। सांसद को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद लंबे समय से पेट की बीमारी से जूझ रहे हैं। इससे पहले भी वह एम्स में इलाज करा चुके हैं। अब तक पेट की समस्या के कारण वह तीन बार भर्ती हो चुके हैं। शनिवार की रात करीब आठ बजे वह दूसरी बार एम्स में भर्ती हुए। इसकी तस्दीक सांसद के पिता डॉ. संजय निषाद व भाई विधायक सरवन निषाद ने की। सांसद प्रवीण निषाद की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई है। शुक्रवार की रात में प्रवीण निषाद को गोरखपुर के फातिमा हास्पिटल में भर्ती कराया गया था।

शनिवार को स्थिति में सुधार नहीं होने पर शाम 5 बजे उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स में ले जाया गया. सांसद को पेट में दिक्कत बताई जा रही है। प्रवीण निषाद संतकबीरनगर से सांसद हैं। प्रवीण निषाद यूपी सरकार में मंत्री संजय निषाद के बेटे हैं। बताया जा रहा है कि पेट में इंफेक्शन के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई है। सांसद को पहले भी ऐसा दर्द हो चुका है। मार्च 2023 में दिल्ली में सांसद प्रवीण निषाद की तबीयत अचानक खराब हो गई थी, जिसके बाद वहां मौजूद बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने उन्हें दिल्ली स्थित मेदांता अस्पतील में भर्ती कराया था। जहां, इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गए।