पिपलू मेले को 2004 में तत्काल जिलाधीश ने दिया था जिला स्तर का दर्जा, अपनी यादाश्त ठीक करें पूर्व मंत्री

पिपलू मेले को 2004 में तत्काल जिलाधीश ने दिया था जिला स्तर का दर्जा, अपनी यादाश्त ठीक करें पूर्व मंत्री

पिपलू मेले आणा,टमक बजाणा फिरी चली जाणा,इसे विकास नहीं कहते,याद करें पूर्व मंत्री: देवेन्द्र भुट्टो 

ऊना/सुशील पंडित :  कुटलैहड़ विस क्षेत्र के एतिहासिक धार्मिक स्थल पर होने वाले जिला स्तरीय पिपलू मेले ओर पिपलू के लिए क्या करना है यह चिंता अब पूर्व मंत्री छोड़ दें। कुटलैहड़ की जनता ने अब हमें सेवा करने का मौका दिया है और यह हमने तय करना है कि जिला स्तरीय पिपलू मेले को बेहतर कैसे करना है। पिपलू मेले को बड़ा और एतिहासिक कैसे बनाना है यह बात कुटलैहड़ के विधायक देवेंद्र भुट्टो ने पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर पर पलटवार करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पिपलू मेले में आणा टमक बजाणा, फिरी चली जाणा इसे विकास नहीं कहते। कुटलैहड़ में 20 बर्षों तक राजनीति करके केवल जनता को गुमराह किया है अगर इसके जनता के लिए कुछ वड़ा किया है। युवाओं को रोजगार दिया हो,या फिर जनता के लिए कुछ अलग किया हो तो वह सार्वजनिक करें।

 भुट्टो ने कहा कि हमने 922 करोड़ की धनराशि लठियानी मंदली पुल के लिए स्वीकृत करवाई है और बहुत जल्द उसका शिलान्यास भी करवाएंगे। भुट्टो ने कहा कि कुटलैहड़ की जनता ने आपको 20 वर्ष लगातार दिए। लेकिन आपने केवलमात्र पानी पर राजनीति करके जनता को गुमराह करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जिस पिपलू मेले को जिला स्तरीय करने की बात कर रहे है। इनको याद करवा दें कि पिपलू मेले को जिला स्तरीय दर्जा 2004 में तत्काल जिलाधीश महोदय ने दिया था और उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। राजा वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री थे। 

भुट्टो ने कहा कि पूर्व मंत्री अभी भी अपनी हार को पचा नहीं पा रहे है और जनता को गुमराह करने के लिए अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे है। भुट्टो ने कहा कि लठियानी मंदली पुल पर पूर्व मंत्री राजनीति करते रहे। लेकिन आज तक कुटलैहड़ के लिए योजना या उद्योग नहीं ला सके।