ऊना जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया रेलवे क्रॉंसिंग मरम्मत कार्य की पूर्व सूचना न देने का मामला

ऊना जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया रेलवे क्रॉंसिंग मरम्मत कार्य की पूर्व सूचना न देने का मामला

उत्तर रेलवे (नंगल बांध) प्रबंधन को लिखा पत्र, कहा..भविष्य में मरम्मत कार्य की पूर्व सूचना देना करें सुनिश्चित, ताकि लोगों को न हो असुविधा


ऊना\सुशील पंडित: ऊना जिला प्रशासन ने उत्तर रेलवे (नंगल बांध) प्रबंधन द्वारा ऊना रेलवे क्रॉंसिंग पर किए जा रहे मरम्मत कार्य के सम्बन्ध में जिला प्रशासन को पूर्व सूचना न देने के मामले को गंभीरता से लिया है। बता दें, बुधवार को ऊना रेलवे क्रॉंसिंग मरम्मत कार्य के चलते अजनोली फाटक बंद रहा, लेकिन इसे लेकर रेलवे प्रबंधन की ओर से कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई थी। सूचना के अभाव में यातायात प्रबंधन में मुश्किल के साथ ही जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर ने इस संबंध में सीनियर सेक्शन इंजीनियर/वर्क्स उत्तर रेलवे (नंगल बांध) को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि ऊना रेलवे क्रॉंसिंग पर मरम्मत कार्य के चलते बुधवार को रेलवे फाटक बंद रखने को लेकर उत्तर रेलवे (नंगल बांध) की ओर से उपायुक्त कार्यालय को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। सूचना के अभाव में समय पर वैकल्पिक यातायात योजना की व्यवस्था नहीं की जा सकी, जिससे आम जनता को असुविधा हुई और यातायात के सुचारू प्रवाह में व्यवधान उत्पन्न हुआ।


उन्होंने उत्तर रेलवे (नंगल बांध) के सीनियर सेक्शन इंजीनियर/वर्क्स को भविष्य में जिले में रेलवे से जुड़े सभी मरम्मत कार्यों के बारे में उपायुक्त कार्यालय को पूर्व सूचना देना सुनिश्चत बनाने को कहा है ताकि समय रहते यातायात प्रबंधन के लिए उचित व्यवस्था बनाई जा सके। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा सके कि जनता को इसकी पर्याप्त जानकारी मिले, जिससे जन असुविधा और संभावित सुरक्षा खतरों को टाला जा सके।


उन्होंने कहा कि रेल नेटवर्क के सुरक्षित व सुचारू संचालन के लिए रेलवे लाइन्स का रखरखाव बेहद जरूरी है। लेकिन इन कार्यों के सुचारू कार्यान्वयन के लिए सभी पक्षों को समय रहते जानकारी तथा बेहतर तालमेल महत्वपूर्ण है। एडीसी ने कहा कि आगे से जिला के भीतर रेलवे के भविष्य में होने वाले किसी भी मरम्मत कार्यों की सूचना प्रशासन के साथ साझा करना सुनिश्चित करें ताकि यातायात के लिए वैकल्पिक रूट की योजना बनाई जा सके और लोगों की आवाजाही के लिए सुगमता बनी रहे।