पंजाब के पूर्व सीएम को पगड़ी पर टोपी पहनने पर हुआ विवाद

पंजाब के पूर्व सीएम को पगड़ी पर टोपी पहनने पर हुआ विवाद

शिमलाः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के पगड़ी पर टोपी पहनाने पर विवाद खड़ा हो गया है। हिमाचल सचिवालय में वीरवार को प्रदेश की सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार की ओर से चन्नी को पगड़ी पर पहनाई गई टाेपी की फोटो को प्रदेश भाजपा संगठन मंत्री ने सोशल मीडिया पर डाला, जो खूब वायरल हो गई।  देर शाम को सोशल मीडिया पर संत सिपाही सोसायटी लुधियाना के प्रतिनिधि और चन्नी के बीच इस मामले को लेकर हुई बातचीत का ऑडियो भी जारी हो गया, इसमें चन्नी सफाई देते रहे और माफी मांगने की बात की गई।

देर रात चन्नी ने कहा कि मैं शनिवार को अकाल तख्त जाकर माफी मांगूंगा। प्रदेश भाजपा की ओर से वायरल फोटो को व्यवस्था परिवर्तन का नाम दिया गया है। भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा सहित कई अन्य नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इसे वायरल किया है। शुक्रवार को दिन भर यह फोटो चर्चा में बनी रही। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए इस फोटो को व्यवस्था परिवर्तन का नाम दिया है। प्रदेश मीडिया प्रभारी करण नंदा सहित कई नेताओं ने इस फोटो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।

उधर, वायरल ऑडियो में संत सिपाही सोसायटी लुधियाना के पदाधिकारी देवेंद्र सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी के बीच बातचीत है। इसमें देवेंद्र सिंह ने पगड़ी पर टोपी पहनने पर आपत्ति जताई है। सफाई देते हुए चन्नी ने कहा कि शिमला में जब उन्हें सम्मानित किया तो पगड़ी पर टोपी रख दी। उन्हें इस बारे में पता नहीं था। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। चन्नी ने कहा कि लाेई पहनाते हुए टोपी रख दी गई। यह जानबूझ कर नहीं हुआ। इस बारे में अकाल साहिब के जत्थेदार के पास जाकर मैं माफी मांगूूंगा। बता दें कि वीरवार को पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने शिमला सचिवालय पहुंचकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों से मुलाकात की थी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार भी मुख्यमंत्री कक्ष में मौजूद रहे।


सीएम सुक्खू के कार्यालय में हुए चन्नी के सम्मान की फोटो को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। सचिवालय से पगड़ी के ऊपर पहनाई गई टोपी की फोटो किसने खींचकर जारी की, इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। एेसी फोटो खींचने और जारी करने का काम सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का होता है। सवाल यह भी है कि इस गलती का एक और पक्ष सम्मान करने वाले सरकार के लोग भी हैं। क्या वे इसके लिए माफी मांगेंगे या नहीं।