सीएम बोले, 2017 में जिन माफिया को खुली छूट थी, अब वे अपनी मांग रहे जान की भीख 

सीएम बोले, 2017 में जिन माफिया को खुली छूट थी, अब वे अपनी मांग रहे जान की भीख 

लखनऊः उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर प्रचार जारी है। भाजपा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रचार की कमान संभाल रखी है। इन सब के बीत योगी आदित्यनाथ आज उन्नाव में थे। उन्नाव में उन्होंने कहा कि 2014 से पहले लोग (भारत को) शक की निगाहों से देखते थे, भारत का सम्मान नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि कहीं भी विस्फोट होते थे, कोई भी घुसपैठ कर देता था। भारत के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि दुनिया में भारत की साख नहीं बची थी। 2014 के बाद भारत के बारे में नज़रिया बदला है। योगी ने कहा कि आज दुनिया भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देखती है। 

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में जिन माफियाओं को खुली छूट मिली थी, वे अब अपनी जान की भीख मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब यूपी में अपराध और भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। उन्नाव के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री की सभा थी। इस दौरान योगी ने फिर से कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा का भरोसा देगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश में अब कोई भी अपराधी नहीं बचेगा। योगी ने दावा किया कि उनकी सरकार विकास को लेकर कोई भेदभाव नहीं करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 20 लाख नौजवानों को टेबलेट दे चुके हैं। 2017 के पहले हाथों में तमंचे होते थे, आज टेबलेट हैं। इससे पहले योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार को विपक्ष की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा था कि अब उपद्रव एवं माफिया नहीं बल्कि उत्‍सव एवं महोत्‍सव उत्‍तर प्रदेश की पहचान है। 

योगी आदित्‍यनाथ ने चुनावी जनसभा में अपनी सरकार की सिलसिलेवार उपलब्धियां गिनायीं और रंगदारी न फिरौती, अब यूपी नहीं किसी की बपौती और आज यूपी में न कर्फ्यू न दंगा, आज यूपी में सब ओर चंगा जैसे नारे दिये। उन्‍होंने कहा, अब उपद्रव नहीं, उत्‍सव हमारी पहचान है, माफिया नहीं, महोत्‍सव हमारी पहचान है। उन्‍होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा, 2017 से पहले सरकारों को दंगा कराने से फुर्सत नहीं थी लेकिन आज उत्तर प्रदेश में कहीं कर्फ्यू नहीं लगता। अब तो कांवड़ यात्रा निकलती है। पहले नौजवानों पर झूठे मुकदमे होते थे। पहले शोहदों का आतंक रहता था और बेटियां घर से निकलने में डरती थी और आज उत्तर प्रदेश में भयमुक्त माहौल है।