महाविद्यालय ऊना में 75 वां राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस मनाया

महाविद्यालय ऊना में 75 वां राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस मनाया

ऊना/ सुशील पंडित: राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय ऊना में मंगलवार को 75 वां राष्ट्रीय कैडेट कोर दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान हिन्द राग नामक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसके तहत विभिन्न प्रदेशों के लोकनृत्य, नाटी, एकल नृत्य, एकल गायन, योगा, देश भक्ति गीत, देश भक्ति से जुड़े कैप्टन बिक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत किए गए।महाविद्यालय के बीसीए सभागार में हुए एनसीसी दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस हिन्द-राग कार्यक्रम के मुख्यातिथि 01 हिमाचल प्रदेश गर्ल्स बटालियन सोलन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संजय शांडिल्य और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सतीश कुमार बंसल विशेष अतिथि के रूप में शिरकत किये।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बंसल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि एनसीसी का मुख्य उद्देश्य अनुशासन, नेतृत्व और अटूट देशभक्ति जैसे मूल सिद्धांतों के साथ युवाओं को प्रशिक्षित करने का है। पिछले सात दशकों में एनसीसी को राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका पर अति गर्व है। इसने लाखों एनसीसी कैडेटों के चरित्र को दिशा देने, कर्तव्य की भावना पैदा करने और हमारे देश के भविष्य के लिए नेतृत्‍व को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे एनसीसी कैडेट्स समाज में यह संदेश देने में कामयाब हो रहे हैं कि युवा नशे की लत से दूर रहें।


मुख्यातिथि कर्नल संजय शांडिल्य ने कैडेटों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि एनसीसी अपनी स्थापना के बाद से दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है और हमारे देश के युवाओं के बीच चरित्र, नेतृत्व गुणों और निस्वार्थ सेवा के मूल्यों को विकसित करने में सबसे आगे रहा है। गतिशील और प्रभावशाली कार्यों के माध्यम से आज एनसीसी की छवि धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रवाद का पर्याय बन गई, जो युवा उत्साह को प्रेरित कर रही है। हर साल नवंबर माह के चौथे रविवार को एनसीसी अपना स्थापना दिवस मनाता है। उन्होंने गुरु का छात्रों के जीवन में  योगदान पर अपनी बात रखते हुए कबीर दास के दोहे गुरु गोविंद दोऊ खड़े को उद्धृत किया। उन्होंने भारत की समृद्ध संस्कृति तथा परंपरा की बात सबके सामने रखी। एनसीसी कैडेटों के द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की सराहना करते हुए प्राचार्य डॉ बंसल की तारीफ करते हुए कहा कि बगैर उनके सहयोग के इतना अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत नहीं किया जा सकता था।कार्यक्रम में शिरकत करने वाले सभी कैडेटों को मुख्यातिथि और प्राचार्य ने अपने कर कमलों से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। महाविद्यालय की एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट मोनिका खन्ना ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कर्नल संजय शांडिल्य की धर्मपत्नी श्रीमती पूनम शांडिल्य, एनसीसी केयर टेकर अधिकारी डॉ गगनदीप, डॉ राजकुमार, डॉ सुमिक्षा, डॉ मीता शर्मा, प्रोफेसर पुनीत प्रेम कंवर, सुबेदार मेजर सुनील कुमार तथा अन्य विभागों के प्राध्यापक उपस्थित रहे।