ट्रक यूनियन पर मनमानी से भाड़ा बढ़ाने का आरोप

ट्रक यूनियन पर मनमानी से भाड़ा बढ़ाने का आरोप

 फैसले के आधार पर ही रेट बढ़ाया गया: अशोक कुमार 

ऊना/सुशील पंडित: मार्कजॉन इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रधान सुरेश शर्मा की अध्यक्षता में बेला बाथड़ी में चेयरमैन आरके शर्मा, उप प्रधान सुखविंदर सिंह, महासचिव राजेंद्र कुमार की मौजूदगी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजित की  गई। उन्होंने बीत एरिया ट्रक यूनियन टाहलीवाल द्वारा 2% भाड़ा  बढ़ाने के लिए हर इंडस्ट्री को जारी किए गए नोटिस पर ट्रक यूनियन पर मनमानी का आरोप लगाया। 

प्रधान सुरेश शर्मा ने कहा कि डीजल का रेट सिर्फ हिमाचल में ही बड़ा है लेकिन इंडस्ट्री का माल हिमाचल में बहुत कम  मात्रा में ढुलाई किया जाता है जबकि अन्य राज्यों में माल की ढुलाई ज्यादा होती है परंतु अन्य राज्यों में डीज़ल का रेट नहीं बढ़ा है अगर केंद्र सरकार द्वारा रेट बढ़ाया जाता तो किराया भाड़े पर बढ़ाने पर बात हो सकती थी लेकिन हिमाचल द्वारा रेट बढ़ाने पर इसका कोई औचित्य नहीं है और एसोसिएशन इसको मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री पहले ही बुरे दौर से गुजर रही है और 20 से 25% इंडस्ट्री पहले ही यहां से जा चुकी है या बंद हो चुकी है । उन्होंने कहा इस मामले को लेकर माननीय मुख्यमंत्री  श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को भी इस बारे में अवगत कराया जा रहा है। इस भाड़ा बढ़ोतरी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए ताकि इंडस्ट्री को और अधिक बोझ ना उठाना पड़े।

इस मामले में ट्रक  यूनियन टाहलीवाल के प्रधान अशोक कुमार का कहना है एसोसिएशन द्वारा लगाए गए आरोपों से हम सहमत नहीं हैं क्योंकि कुछ समय  पहले ट्रक यूनियन टाहलीवाल व औद्योगिक एसोसिएशन के बीच माल भाड़े को लेकर एक बैठक की गई थी जिसमें एसोसिएशन द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि जब भी भविष्य में डीजल का रेट बढ़ेगा ट्रक यूनियन  डीजल रेट बढ़ने के हिसाब से खुद ही भाड़ा बढ़ा सकती है। उनका कहना है कि ट्रक मालिक पहले ही महंगाई के बोझ से दबे हुए हैं ।  ऊपर से डीजल का रेट ₹3 बढ़ जाने से और बोझ उठाने की हालत में नहीं है । उनका यह भी कहना है कि कई ट्रक मालिक अपने गाड़ियों की किस्त तक नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए इंडस्ट्री को भी ट्रक मालिकों की हालत को देखते हुए बिना किसी शर्त अपनी बात पर कायम रहते हुए भाड़ा बढ़ा देना चाहिए।